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गुजरात: पिता को बेटे पर था शक, सुपारी देकर हत्या करवाई

राजकोट पुलिस की गिरफ्त में आए व्यक्ति ने माना है कि रैयाधार इलाके में छुरी से मार के फेंकी हुई लाश उसके 33 साल के बेटे दिपेश नारणभाई वसोया की थी. इतना ही नहीं व्यक्ति ने यह भी माना कि उसने पांच लाख रुपये की सुपारी देकर दिपेश की हत्या करवाई है.

पिता ने रची मर्डर की साजिश पिता ने रची मर्डर की साजिश
प्रियंका झा/गोपी घांघर
  • राजकोट,
  • 24 जून 2016,
  • अपडेटेड 5:15 AM IST

गुजरात के राजकोट में एक दिल दहला देने कि ऐसी वारदात सामने आई है जो किसी को भी हैरान कर देगी. जहां एक पिता ने अपने बेटे को इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसे शक था कि वह उसका बेटा नहीं है. पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्त में ले लिया है.

राजकोट पुलिस की गिरफ्त में आए व्यक्ति ने माना है कि रैयाधार इलाके में छुरी से मार के फेंकी हुई लाश उसके 33 साल के बेटे दिपेश नारणभाई वसोया की थी. इतना ही नहीं व्यक्ति ने यह भी माना कि उसने पांच लाख रुपये की सुपारी देकर दिपेश की हत्या करवाई है. नारणभाई ने दो बार अपने बेटे की हत्या के लिए सुपारी दी थी लेकिन पहली बार कोशिश नाकाम रही थी.

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नारणभाई को अपनी पत्नी पर शक था. उसे लगता था कि दिपेश उसका बेटा नही है. नारणभाई ने हत्यारों को 4.5 लाख रुपये पेमेंट के तौर पर दे भी दिए थे. पुलिस की माने तो व्यक्ति ने बेटे के साथ बीवी की हत्या के लिए भी सुपारी दी थी. लेकिन आखिरी समय में प्लान बदल गया.

इस मर्डर कि जानकारी देते हुऐ नारणभाई ने पुलिस को बताया कि, उसे पिछले 33 साल से अपनी पत्नी के चारित्र पर शक था, जिस वजह से उसे बार-बार यही लगता था कि उसका बड़ा बेटा दिपेश का पिता वो नहीं बल्कि कोई और है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि नारणभाई को दो बच्चे हैं. जिस में दिपेश बड़ा है, तो क्या उसने अपने छोटे बेटे की हत्या के लिये भी तो कोई सुपारी नहीं दी है.

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दिपेश की हत्या की साजिश भी खुद पिता ने ही रची
दिपेश कि हत्या की साजिश खुद नारण ने ही प्लान की. राजकोट के मनहर प्लॉट में रहने वाला दिपेश वसोया बतौर अकाउंटेंट एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था, दो दिन पहले उसका मोबाइल कहीं गुम हो गया. मोबाइल कहां गुम हुआ है, वो जानने के लिये दिपेश बार-बार अपने मोबाइल फोन पर रिंग करता था. उस पर रिंग भी जाती थी. फिर अचानक ही एक शख्स का मोबाइल पर फोन आया और उसने दिपेश को अपना फोन बजरंगवाडी इलाके में आकर लेकर जाने के लिए कहा.

रात को करीबन 10 बजे आए इस फोन के बाद दिपेश अपनी बाइक लेकर फोन लेने के लिये निकला, जिसके बाद दूसरे दिन सुबह मुंह में थर्मोकोल डाली और तलवार से हमला कर हत्या कि हुई लाश रैयाधार इलाके से बरामद हुई थी. पुलिस के मुताबिक खुद नारणभाई ही दिपेश का फोन अपने घर से लेकर गये थे और सुपारी किलर को दिया था. खुद नारणने ही इस तरह हत्या का प्लान बनाया और सुपारी किलर के जरीए अंजाम दिलवाया.

पुलिस कि जांच में ये भी बात सामने आई है कि, नारण अपने 33 साल के बेटे के साथ हमेशा लड़ता था, यहां तक कि वो अपने बेटे को बुरी तरहा पीटता भी था. हत्या के बाद जांच को प्रभावित करने के लिये नारणभाई ने पुलिस को कहा कि उसका बेटा गलत रास्ते पर था, उसे कोई ब्लैकमेल कर रहा था. नारणभाई ने पुलिस को ये भी कहा कि दिपेश उसके पास से 15 लाख रुपये लेकर गया था, जिसे उसने अय्याशी में उड़ा दिया.

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