
मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोटबंदी के बाद सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. तय समय पर एटीएम द्वारा पैसा नहीं निकलने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हालात सामान्य होने में 2-3 हफ्तों का समय लगेगा. प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि नोट के साइज की वजह से ATM में तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं, इसे ठीक होने में 2 से 3 हफ्तों का वक्त लगेगा. इससे पहले जेटली ने 2 से 3 दिन में हालात सामान्य होने की बात कही थी.
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय लगातार नोट बदलने की प्रक्रिया पर नजर रख रहा है, हमें इस बात की पहले से आशंका थी कि शुरुआती कुछ दिनों में इस फैसले से परेशानी होगी क्योंकि देश की 86 प्रतिशत करेंसी बदल रही है, यह एक बहुत बड़ा ऑपरेशन है. जेटली ने कहा कि हमें दुख है कि लोगों को परेशानी हो रही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि बैंक कर्मचारी सुबह से लेकर देर रात तक काम कर रहे हैं, लोग परेशानी के बावजूद सरकार के फैसले का सहयोग कर रहे हैं. स्टेट बैंक ने पिछले दो दिनों में नोट जमा, बदलने के 2 करोड़ 28 लाख से ज्यादा लेन-देन किए हैं, इसमें 58 लाख से ज्यादा लोग नोट बदल चुके हैं. स्टेट बैंक में 48 हजार करोड़ रुपये अब तक जमा हो चुके हैं. फैसला लेते वक्त हमें बैंक में भीड़ की उम्मीद थी,
जेटली ने कहा कि बैंक में नए नोट डिपोजिट के चलते हो सकता है कि कुछ लोगों को इस फैसले की जानकारी हो गई हो. लोगों को पहले से इस फैसले के बारे में बताना संभव नहीं था. राजनीतिक पार्टियों के अलग-अलग बयानों पर जेटली बोले कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग ऐसे बयान दे रहे हैं.
जेटली बोले कि सातवें वेतन आयोग की वजह से सितंबर में ज्यादा डिपोजिट हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर इस फैसले में एक हफ्ते की ओर छूट दी जाती है तो हमारा कालेधन के खिलाफ का मकसद सफल नहीं होगा.
बैंकों के बाहर लंबी कतारें
गौरतलब है कि बड़े नोट बंद किए जाने के बाद बैंक खुलने के तीसरे दिन शनिवार को भी पुराने नोट बदलवाने और नकदी निकासी के लिए बैंकों और एटीएम बूथों के बाहर लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं. 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट को बदलने के लिए बैंक खुलने से घंटों पहले से ही लोगों की लंबी कतारें लगने लगीं. घंटों कतारों में खड़े रहने के बाद बैंकों में नकदी की कमी और एटीएम में नोट न होने से मायूस लौट रहे रहे लोगों में जबरदस्त गुस्सा देखा गया.