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प्रशांत-योगेंद्र के कार्यक्रम में जाने वाले AAP कार्यकर्ताओं को पार्टी की चेतावनी

वैकल्पिक राजनीति का सफर फिर से शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रहे प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की अगुवाई वाले आम आदमी पार्टी (आप) के बागी धड़े ने आगामी स्वराज संवाद के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट करना शुरू कर दिया है.

Yogendra Yadav (File) Yogendra Yadav (File)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 अप्रैल 2015,
  • अपडेटेड 2:16 PM IST

वैकल्पिक राजनीति का सफर फिर से शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रहे प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की अगुवाई वाले आम आदमी पार्टी (आप) के बागी धड़े ने आगामी स्वराज संवाद के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट करना शुरू कर दिया है. इससे पार्टी के एक धड़े ने कार्यकर्ताओं को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा है कि बैठक में हिस्सेदारी अनुशासनहीनता मानी जाएगी.

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प्रशांत और योगेंद्र का धड़ा अंबेडकर जयंती के मौके पर आयोजित किए जाने वाले स्वराज संवाद के प्रचार-प्रसार के लिए फेसबुक और ट्विटर जैसी साइटों का इस्तेमाल कर रहा है.

बहरहाल, इस धड़े का कहना है कि वे इस मामले को गैर-जरूरी तरीके से बढ़ाना-चढ़ाना नहीं चाहते. इस पहल के फेसबुक पेज पर लिखा गया है, आंदोलन आज कहां खड़ा है, इसके बारे में आपका क्या आकलन है? हमारे आंदोलन के भविष्य की दिशा क्या होनी चाहिए? 14 अप्रैल के बाद हमें कैसे आगे बढ़ना चाहिए? गुड़गांव के इफको चौक में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित किए जाने वाले संवाद के लिए पूर्व-आमंत्रण भी जारी किया गया है.

कार्यक्रम के आयोजन को लेकर आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर भी जारी है. असंतुष्ट धड़ा अरविंद केजरीवाल के वफादारों पर कार्यक्रम में बाधा डालने की कोशिश के आरोप लगा रहा है. एक नेता ने कहा, 'दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि जिस पार्टी ने हमेशा वार्ता की वकालत की है, वह कार्यकर्ताओं की ओर से आयोजित वार्ता कार्यक्रम से डरी हुई है.'

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आम आदमी पार्टी नेता आनंद कुमार ने शनिवार को पार्टी नेतृत्व पर उन सदस्यों को अनुशासनिक कार्रवाई की धमकी देने का आरोप लगाया, जो 14 अप्रैल की बैठक में हिस्सा लेना चाह रहे हैं. हालांकि, पार्टी प्रवक्ता आदर्श शास्त्री ने आरोपों को नकारते हुए कहा, हमें नहीं पता कि 14 अप्रैल को क्या हो रहा है. न ही कोई चेतावनी दी गई है.

हालांकि उन्होंने कहा कि यदि कोई पार्टी पदाधिकारी ऐसे किसी कार्यक्रम में जाएगा तो उसे अनुशासनहीनता माना जाएगा.

- इनपुट IANS

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