
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जे को लेकर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच धर्मशाला में जोरदार संघर्ष जारी है. तीसरे दिन के खेल की पहली ही गेंद पर रवींद्र जडेजा को अंपायर ने आउट दे दिया था.हालांकि वह डीआरएस से बच गए.डीआरएस में उनका बैट पैड से टकराता नजर आया और अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा.
बॉल ट्रैकिंग उपलब्ध न होने से बचे जडेजा
इसके बाद 101.1 ओवर में डीआरएस को लेकर एक अजीब घटना हुई जो आज से पहले कभी नहीं हुई.दरअसल डीआरएस का बॉल ट्रैकिंग फीचर काम नहीं कर रहा था. इसलिए खिलाड़ियों को सूचित किया गया, कि आप डीआरएस का इस्तेमाल केवल कैच की अपील के लिए ही कर सकते है. इस का असर 101.1 ओवर में देखने को मिला जब ऑस्ट्रेलिया ने जडेजा के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की ज़ोरदार अपील की, लेकिन अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया और ऑस्ट्रेलिया की टीम चाहते हुए भी डीआरएस का इस्तेमाल नहीं कर सकी.
फिर दिखी मैदान पर तलवारबाजी
जीवन दान मिलने के बाद जडेजा और भी आक्रामक होकर खेलने लगे और उन्होंने शानदार अर्धशतक जड़कर भारत को 32 रनों की अहम बढ़त दिलाने में योगदान दिया.ऑस्ट्रेलिया को जडेजा बहुत महंगे पड़े.
हालांकि वो आउट हो गए लेकिन उन्होंने अपना काम कर दिया.आज का खेल मैच के परिणाम के लिहाज से अहम रहेगा.