
विश्व हिंदू परिषद ने साफ किया है कि नए पदाधिकारी नया अध्यक्ष जरूर आए हैं, लेकिन विचाराधारा और एजेंडे में कोई बदलाव नहीं है. वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने राम जन्मभूमि पर चर्चा करते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का समय नजदीक आ रहा है. उन्होंने यह भी साफ किया अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा के अंदर कोई नई मस्जिद नहीं बनाने दी जाएगी.
आलोक कुमार ने कहा कि देशभर से गांव-गांव से पूजित राम शिलाएं और गड़े गड़ाए पत्थर खंबे मंदिर की भव्यता प्रतीक्षा में हैं. हमें आज लहुलुहान हुए अशोक सिंघल के रौद्र रूप की याद आ रहा है.
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण चाहे न्यायालय से बने या फिर संसदीय कानून से. वीएचपी का संकल्प है कि मंदिर उसी रूप में बनेगा, जिस रूप में राम भक्तों ने अपने दिल में संजो कर रखा है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शीघ्र होकर रहेगा.
आलोक कुमार ने कहा कि अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा के अंदर कोई नई मस्जिद नहीं बनाने दी जाएगी. बाबर के नाम पर कोई मस्जिद भवन या स्मारक भारत की पावन धरती पर हमें स्वीकार नहीं है.
विश्व हिंदू परिषद के नए अध्यक्ष चुने गए विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि व्यक्तियों के बदलने से वीएचपी का एजेंडा नहीं बदलता. वीएचपी का जो एजेंडा पहले से हैं वही आगे भी रहेगा. कोकजे का कहना है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, गौ रक्षा और गौरवशाली हिंदू समाज का एकीकरण ही हमारा मुख्य लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि वीएचपी के जो एजेंडा और उद्देश्य है. उसे हम संतों के आशीर्वाद और जनता के सहयोग से पूरा करने में सफल होंगे.