
अयोध्या जमीन विवाद मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है. सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के सामने 28वें दिन की सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने बाबरनामा का हवाला दिया. राजीव धवन ने कहा कि वहां मंदिर ही बाबर ने बनाया था. हिन्दू पक्षकार तो गजेटियर का हवाला अपनी सुविधा के मुताबिक दे रहे हैं, लेकिन गजेटियर कई अलग अलग समय पर अलग नजरिये से जारी हुए थे. लिहाजा सीधे तौर पर ये नहीं कहा जा सकता कि बाबर ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई.
राजीव धवन ने कहा कि जस्टिस अग्रवाल के इस विचार से भी इत्तेफाक नहीं रखा जा सकता, जो कहीं रिपोर्ट को मान रहे हैं और कहीं नहीं. इस पर जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि कई पुरानी मस्जिदों में संस्कृत में भी कुछ लिखा हुआ मिल रहा है, वो कैसे है? इस सवाल का जवाब देते हुए राजीव धवन ने कहा कि क्योंकि बनाने वाले मजदूर कारीगर हिंदू होते थे तो वे अपने तरीके से इमारत बनाते थे.बनाने का काम शुरू करने से पहले वो विश्वकर्मा और अन्य तरह की पूजा भी करते थे और काम पूरा होने के बाद यादगार के तौर पर कुछ लेख भी अंकित करते थे.
मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने कहा कि 1855 के पहले गजेटियर पर यकीन नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि दूसरा पक्ष गजेटियर और बाबरनाम का चुनिंदा हिस्सों को ही अदालत में पेश कर रहे हैं. बहस के इन बिंदुओं के साथ शुक्रवार की बहस खत्म हो गई. अब सोमवार को इस मामले पर सुनवाई होगी. सोमवार को अयोध्या मामले की सुनवाई करने वाली संविधान पीठ एक घंटे देर से बैठेगी, क्योंकि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट चार नये जज शपथ लेंगे. हालांकि सोमवार को अयोध्या मामले की सुनवाई एक घंटे देर तक भी चलेगी.