
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की ओर से जारी की गई गाइडलाइन में रेलवे स्टेशनों, यार्ड, पार्किंग स्थल, पुलों और सुरंगों के साथ-साथ उत्पादन इकाइयों और कार्यशालाओं में सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश जारी किया गया है. इसके साथ ही रेलवे स्टेशनों के करीब और उसके दायरे में आने वाले धार्मिक ढांचों पर खास नजर रखी जाएगी. इन ढांचों की देखभाल करने वाले लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है.
स्टेशनों पर 100 फीसदी रोशनी का आदेश
इसके अलावा रेलवे स्टेशनों पर 100 फीसदी रोशनी रखने का निर्देश जारी किया गया है. दरअसल, अभी तक ट्रेन न होने पर स्टेशनों पर 30 फीसदी रोशनी का निर्देश था, जिससे बिजली बच सके. अयोध्या पर फैसले के मद्देनजर अब हर वक्त स्टेशनों पर 100 फीसदी रोशनी का निर्देश जारी किया गया है.
नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ाई गई
इसके साथ भारत-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. हर आने- जाने वाले लोगों की सघन तलाशी ली जा रही है. भारत और नेपाल के बीच 1786 किमी लंबी और खुली सीमा है, जो उत्तराखंड से शुरू होकर सिलीगुड़ी तक जाती है. अयोध्या के पास के जिलों को भी नेपाल सीमा छूती है. खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पेट्रोलिंग भी तेज कर दी है.
जिलों में निकाले जा रहे हैं फ्लैग मार्च
यूपी के तमाम जिलों को सबसे संवेदनशील माना जा रहा है. सहारनपुर में पुलिस प्रशासन की ओर से फ्लैग मार्च निकाली गई. शहर के लोगों को पुलिस ने भरोसा दिया कि किसी भी आपात स्थिति में वो बिलकुल सुरक्षित रहेंगे. सहरानपुर के अलावा मथुरा, लखनऊ, मेरठ समेत कई जिलों में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला. जिले के आला-अफसर हर धर्म के प्रतिनिधियों से मिल भी रहे हैं.
धारा-144 लागू, बनाए गए अस्थायी जेल
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में तो कुछ ज्यादा ही तैयारी हो चुकी है. पूरे इलाके में सिर्फ धारा 144 ही नहीं लगी है बल्कि 8 स्कूलों को अस्थायी जेल में बदल दिया गया है. अयोध्या से सटे होने के कारण ये इलाका कुछ ज्यादा संवेदनशील माना जाता है. सीनियर अफसर लोगों को आगाह कर रहे हैं कि वो किसी किस्म की भड़काऊ बातों में हरगिज ना आएं.
सूरत में अमन के लिए हस्ताक्षर अभियान
उत्तर प्रदेश ही नहीं गुजरात में भी अयोध्या पर फैसले के बाद के हालात से निपटने के पुख्ता इंतजाम हो रहे हैं. अयोध्या में मंदिर और मस्जिद को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला चाहे जो भी आए, लेकिन देश में आपसी भाई चारा बना रहे इस मकसद से सूरत में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया. सूरत कपड़ा मार्केट इलाक़े में आयोजित इस हस्ताक्षर अभियान में सभी धर्मों के लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया.
अजमेर दरगाह से अमन का संदेश
राजस्थान में भी अजमेर के दरगाह शरीफ से अमन चैन का संदेश जारी किया गया. कुल मिलाकर कोशिश यही है कि फैसला किसी के भी पक्ष में आए. माहौल बिगड़ने नहीं देना है. इसी के मद्देनजर शहर-शहर सुरक्षा, शांति और सदभावना कायम रखने के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी है.