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रणनीति में बदलाव या राम भक्त की छवि? भूमि पूजन पर प्रियंका के बयान के क्या हैं मायने

अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे. इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से इस कार्यक्रम पर बयान जारी किया गया है.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (फाइल) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (फाइल)
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 04 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST

  • अयोध्या में भूमि पूजन पर प्रियंका का बयान
  • राष्ट्रीय एकता का अवसर बने कार्यक्रम: प्रियंका

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले कांग्रेस की ओर से कई तरह के बयान सामने आए. पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शुभ मुहूर्त पर सवाल उठाए और फिर कमलनाथ की ओर से खुलकर स्वागत किया गया. लेकिन मंगलवार को प्रियंका गांधी वाड्रा ने बयान जारी कर भूमि पूजन के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि राम सबमें हैं. ऐसा लंबे वक्त बाद हुआ है जब गांधी परिवार के किसी सदस्य ने खुलकर राम मंदिर पर बयान दिया हो, ऐसे में प्रियंका के इस बयान के क्या मायने हैं. एक नज़र डालिए...

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1. राम मंदिर पर कांग्रेस द्वारा जारी बयान उसकी रणनीति में एक तरह का बदलाव है. अन्यथा कांग्रेस हमेशा सेक्युलर लाइन पर चलती आई है और खुलकर हिन्दुत्व एजेंडे को नहीं स्वीकारती है.

2. कई दशकों के बाद गांधी परिवार के किसी सदस्य ने राम मंदिर पर खुलकर बयान दिया है. वरना इससे पहले हर बार कोर्ट में मामला होने के कारण टाल दिया जाता था.

3. कांग्रेस ने कुछ वक्त से रुख बदलने की कोशिश की है. एक ओर राहुल गांधी की छवि शिवभक्त के तौर पर सामने आई है, तो प्रियंका गांधी की ओर से खुद को अब रामभक्त की तरह प्रोजेक्ट किया जा रहा है. ऐसे में खुलकर सॉफ्ट हिन्दुत्व का संदेश देना पार्टी के भीतर ही नई बहस छेड़ सकता है.

4. राम मंदिर का मुद्दा उत्तर प्रदेश की राजनीति में खासा मायने रखता है. हर चुनाव और किसी अन्य मौके पर इसका जिक्र होता रहा है, ऐसे में प्रियंका यूपी में एक्टिव हैं और उन्होंने ऐसे मुद्दे पर बयान दिया है जो यूपी से होते हुए देश की राजनीति गर्माता है.

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इसे पढ़ें: 'राम सबमें हैं', राष्ट्रीय एकता का अवसर बने मंदिर का भूमि पूजन: प्रियंका गांधी

आपको बता दें कि इससे पहले जब गुजरात चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने मंदिर-मंदिर जाना शुरू किया था या फिर प्रियंका ने महासचिव पद संभालने के बाद यूपी के अलग-अलग मंदिरों का दौरा किया था. तब भी कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व रुख की बातें की जा रही थीं और पार्टी की रणनीति में एक शिफ्ट बताया जा रहा था.

हालांकि, अब प्रियंका गांधी का बयान ऐसे मौके पर आया जब कांग्रेस में भूमि पूजन को लेकर अलग-अलग तरह के बयान आ रहे थे. ऐसे में अगर गांधी परिवार के सदस्य की ओर से बयान आता है तो कांग्रेस की ओर से अब एक ही रुख में बयान दिख सकते हैं.

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