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अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के पक्ष में महौल बनाने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अनोखी पहल करने जा रहा है. अयोध्या के इतिहास में पहली बार काफी संख्या में मौलवी और सैकड़ों आम मुसलमान सरयू के तट पर कुरान की आयतें पढ़ेंगे. यह आयोजन गुरुवार को होगा. इस पहल को 'भाईचारे' का संदेश देने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सह संयोजक मुरारी दास ने बताया कि गुरुवार को सरयू नदी के किनारे करीब 1500 मुस्लिम समाज के मौलवी और आम मुसलमान जुटेंगे. वे सरयू नदी के जल से वजू करेंगे और कुरान की आयतें पढ़ेंगे. कुरान की आयतें सरयू नदी के किनारे स्थिति नूह अली सलाम दरगाह पर पढ़ी जाएगी.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का कहना है कि यह अपने आप में अनोखा आयोजन होगा, जब सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम सरयू पर तिलावत-ए-कुरान (कुरान की आयतें पढ़ना) करेंगे. वहीं दूसरी तरफ मंत्रोच्चार और सरयू आरती का भी आयोजन किया जाएगा.
अयोध्या में सूफी संतों की काफी संख्या में मकबरे और मजारें हैं. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यक्रम में शामिल होने वाले मौलाना बाद में मकबरे और मजारों पर भी जाएंगे.
मुरारी दास ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए पूरी दुनिया में एक संदेश फैलाने का प्रयास किया जा रहा है कि अयोध्या हिंदू और मुसलमान भाईचारे का प्रतीक स्थल है और सभी मिलकर हिन्दुस्तान को एक तरक्कीपसंद, तालीमपसंद और कौमी एकता कायम रखने वाला राष्ट्र बनाने में योगदान करे.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की इस कवायद को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की दिशा में माहौल बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.