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फिर आशंकाओं में घिरी अयोध्या, चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात पर लोगों के मन में खौफ

वीएचपी और शिवसेना के लाखों लोगों के अयोध्या में जुटने से स्थानीय मुस्लिम परिवार डर के साये में हैं. वहीं, आरएसएस राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के जरिए इस खौफ को कम करने में जुटा है.

धर्म सभा के लिए आयोध्या जाते वीएचपी कार्यकर्ता (फोटो-PTI) धर्म सभा के लिए आयोध्या जाते वीएचपी कार्यकर्ता (फोटो-PTI)
कुबूल अहमद/कुमार अभिषेक
  • अयोध्या,
  • 24 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 12:35 PM IST

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासत फिर गर्म हो गई है. वीएचपी, आरएसएस की होने वाली धर्म सभा और शिवसेना के आशीर्वाद समारोह को लेकर अयोध्या आशंकाओं में घिर गई है. एक तरफ जहां आम अयोध्यावासी अपने अपने घरों के लिए राशन के सामानों जुटा रहे हैं तो वही कुछ अल्पसंख्यक समुदाय के लोग आशंकाओ को देखते हुए रिश्तेदारों के घर का रुख कर गए हैं.

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अयोध्या में संघ परिवार रविवार को राम मंदिर के लिए धर्म सभा का आयोजन है. ऐसे में लाखों लोगों की जुटने की संभावना है. वहीं शिवसेना अपने लाव-लश्कर के साथ दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को अयोध्या पहुंच रहे हैं.

रिश्तेदारों के पनाह ले रहे मुसलमान

अयोध्या में वीएचपी, आरएसएस और शिवसेना के लाखों लोगों के जुटने की संभावनाओं को देखते हुए अयोध्या में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय कहीं न कहीं आशंकाओं से घिरे हुए नजर आ रहे हैं. उन्हें आशंका हैं कि कहीं कोई गड़बड़ी न हो जाए. इसके लिए कुछ मुस्लिम परिवारों ने अपने सदस्यों की संख्या कम कर दी है. अयोध्या के कुछ परिवारों ने अपने परिवार के कुछ सदस्यों को आसपास के जिलों में रिश्तेदारों के यहां भेज दिया है.

अयोध्या के रहने वाले मोहम्मद अजीज कहते हैं, ' यहां दहशत बनी हुई है कुछ लोग जो छोटे-छोटे बच्चे हैं उनको लेकर हट जा रहे हैं. शासन-प्रशासन उन्हीं का है चाहे वह मंदिर बनवाएं चाहे कुछ बनवाएं. यह राजनीति का एक तावा हो गया है इस पर चाहे रोटी गरम सेको चाहे कच्ची सेको.

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स्थानीय निवासी महमूद मोहम्मद ने बताया कि कुछ लोग कहते हैं बवाल होगा कुछ लोग कहते नहीं होगा. इसलिए हम लोग अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं. हम लोग कब चले जाएं कुछ कह नहीं सकते. हम लोग यहां रहना नहीं चाहते. 1992 में जब लोग मस्जिद तोड़ने आए थे तो हम लोग डर के मारे रात में बैगन के खेत में छुपे हुए थे. वह लोग मस्जिद तोड़ने आए थे और तोड़कर चले गए, लेकिन उस बीच हम लोग खौफ में थे.

राशन एकत्र करने में जुटे लोग

अयोध्या में विहिप और शिवसेना के कार्यक्रमो के चलते बड़ी संख्या में राम भक्तों को इकट्ठा के होने को लेकर अयोध्या में सरगर्मियां तेज होती जा रही है.1990 और 92 की घटना को लेकर लोगो की आशंका अधिक है यही कारण है कि कहीं न कहीं अंदर से किसी अनहोनी को लेकर लोग आशंकित भी है. इसीलिए राशन सहित दैनिक उपयोग की चीजों को खरीदने में जुट गए हैं.            

अजय कुमार जो कि स्थानीय दुकानदार हैं कहते हैं  काफी लोग आ रहे हैं, लाखों की तादाद में जिसको देखते हुए हम लोगों ने स्टाक भर रखे हैं. यहां के लोग भी काफी तादाद में खरीदारी कर रहे हैं जो बाहर से आ रहे हैं वह भी बड़ी खरीदारी कर रहे हैं.

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अयोध्या के रहने वाले राहुल सिंह कहते हैं कि हम लोग सामान खरीद कर अपने घरों में रख ले रहे हैं. यहां बड़ी तादाद में विश्व हिंदू परिषद वाले आ रहे हैं या अच्छी बात है कि वे मंदिर बनवाने के लिए आ रहे हैं .

सपा ने कहा अयोध्या दहशत में                

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री तेज नारायण पवन पांडे में सीधे-सीधे विश्व हिंदू परिषद पर निशाना साधते हुए प्रदेश और केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आज अयोध्या में दहशत का माहौल है.

सपा नेता ने कहा कि अयोध्या में हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या फिर ईसाई सभी दहशत में है. अयोध्या के लोगों को डराया जा रहा है. शिवसेना का चरित्र शुरू से ही दहशत और आतंक का रहा हो वह आज अयोध्या में आतंक फैला रहे हैं.

बीजेपी किसी कारसेवक की हत्या नहीं होने देगी

हालांकि संघ परिवार अपने संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के माध्यम से इस दहशत को कम करने में जुटा है. उन्होंने धर्म संसद के लिए सैकड़ों मुसलमानों की टोली अयोध्या में लाने की योजना भी है. उधर योगी सरकार के मुस्लिम चेहरे मोहसिन रजा ने कहा सुरक्षा चाक-चौबंद है किसी को डरने की जरूरत नहीं है, जहां तक अखिलेश यादव के डर और आशंका का सवाल है तो बीजेपी किसी कारसेवक की हत्या नहीं होने देगी.

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