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बाबरी केस के पक्षकार इकबाल अंसारी को भूमि पूजन का न्योता, कहा- जरूर जाऊंगा

निमंत्रण मिलने के बाद इकबाल अंसारी ने कहा कि मैं कार्यक्रम में जरूर जाऊंगा. उन्होंने कहा कि भगवान राम की मर्जी से हमें न्योता मिला है. अयोध्या में गंगा-जमुनी तहजीब बरकरार है. मैं हमेशा मठ-मंदिरों में जाता रहा हूं. कार्ड मिला है तो जरूर जाऊंगा.

बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी (वीडियो ग्रैब) बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी (वीडियो ग्रैब)
कुमार अभिषेक
  • अयोध्या,
  • 03 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 1:57 PM IST

  • अयोध्या में पहला निमंत्रण इकबाल अंसारी को
  • 'भगवान राम की मर्जी से मिला है निमंत्रण'
  • पीएम को भेंट करेंगे रामनामी चादर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अयोध्या में राम मंदिर भूमिपूजन के लिए पहुंचेंगे तो बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी पीएम मोदी का स्वागत करेंगे.

आजतक के साथ खास बातचीत में इकबाल अंसारी ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण शुरू होने वाला है. प्रधानमंत्री भूमि पूजन करने आ रहे हैं, प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए हमने तैयारी कर रखी है. प्रधानमंत्री को रामचरितमानस और रामनामी चादर भेंट कर उनका स्वागत करेंगे.

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बता दें कि इकबाल अंसारी को श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया है. निमंत्रण मिलने के बाद इकबाल अंसारी ने कहा कि मैं कार्यक्रम में जरूर जाऊंगा. उन्होंने कहा कि भगवान राम की मर्जी से हमें न्योता मिला है. अयोध्या में गंगा-जमुनी तहजीब बरकरार है. मैं हमेशा मठ-मंदिरों में जाता रहा हूं. कार्ड मिला है तो जरूर जाऊंगा.

पढ़ें- राम मंदिर भूमि पूजन: पहली बार सामने आया कार्ड, PM मोदी-RSS प्रमुख का नाम

आजतक से बातचीत के दौरान न्योता मिलने से इकबाल अंसारी बहुत खुश दिखे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में गंगा जमुनी संस्कृति अभी बरकरार है. इकबाल अंसारी ने कहा कि वे हमेशा से मंदिर मठों में जाते रहे हैं और उन्हें जब निमंत्रण मिला है तो भूमि पूजन कार्यक्रम में जरूर शामिल होंगे.

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पढ़ें- राम जन्मभूमि मंदिर: ऐतिहासिक स्थानों से मिट्टी-जल पहुंचने का सिलसिला जारी

बता दें कि इकबाल अंसारी के पिता हाशिम अंसारी न सिर्फ बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार थे बल्कि राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रामचंद्र परमहंस के करीबी दोस्त भी थे और दोनों के बीच दोस्ती भी ऐसी की मुकदमा लड़ने भी साथ जाया करते थे. हातिम अंसारी के निधन के बाद इकबाल अंसारी ही अपने पिता की ओर से बाबरी मस्जिद का मुकदमा देख रहे थे.

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