
अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के फैसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि दशकों तक लंबित विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया. देश में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव है. मैं 5 एकड़ भूमि को अस्वीकार करने के पर्सनल लॉ बोर्ड के फैसले पर भी टिप्पणी नहीं करूंगा.
उन्होंने कहा कि इस मामले में 5 मुस्लिम पक्षकार हैं. दूसरों की राय अलग है. मुझे भी पर्सनल लॉ बोर्ड ने बैठक में बुलाया गया था, लेकिन मैं नहीं गया, क्योंकि मुझे लगता है कि इस मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने की कोई जरूरत नहीं है.
बता दें कि AIMPLB ने रविवार को अयोध्या जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ शीर्ष न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर करने का ऐलान किया. इसके अलावा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने फैसला किया है कि वह मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि को वैकल्पिक स्थल के रूप में स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि यह इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ है.
इकबाल अंसारी ने क्या कहा
इससे पहले इकबाल अंसारी ने 'आजतक' से बातचीत में कहा कि हम पहले भी कह चुके हैं. हम मामले में पक्षकार हैं, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया और हमने मान लिया. पक्षकार बहुत ज्यादा हैं. कोई भी पक्षकार कहीं जा रहा है तो इसमें मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है. हम फिर कोर्ट नहीं जा रहे हैं और दूसरा कोई कहां जा रहा है, इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है.
इकबाल अंसारी ने कहा कि, देखिए हम कुछ कहना नहीं चाहते हैं, लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट...70 साल हो गया. अब कोर्ट ने फैसला कर लिया, हमने मान लिया. अब हमें आगे जाने की जरूरत नहीं है, और पक्षकार बहुत ज्यादा हैं. कोई कहां जा रहा है इससे मेरा कोई वास्ता नहीं है. 70 साल से मामला चल रहा है. नौ पक्षकार हैं. कौन कहां जा रहा है, मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता है. हम पक्षकार हैं, हमने कोर्ट के फैसले का सम्मान किया. कई पक्षकार हैं. कोई कहां जा रहा है मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है.