
राजस्थान सरकार ने एक तीर से दो निशान साधे हैं. वसुंधरा सरकार के दौरान लागू हुई सबसे बड़ी भामाशाह स्वास्थ्य योजना बंद करने का फैसला किया है. इसे बंद करने के पीछे तर्क दिया गया है कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना लागू की जाएगी, मगर गहलोत सरकार ने राजस्थान में लागू होने वाली केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का नाम बदल दिया है.
राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना का नाम बदलते हुए आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य योजना कर दिया है. सत्ता में आने के बाद से ही गहलोत सरकार वसुंधरा राजे के सबसे बड़ी योजना भामाशाह स्वास्थ्य योजना को बंद करना चाहती थी, मगर इसकी लोकप्रियता को देखते हुए फैसला नहीं लिया जा रहा था.
गौरतलब है कि बीजेपी शासन के दौरान वसुंधरा राजे ने केंद्र की आयुष्मान भारत योजना को ये कहकर लागू करने से मना कर दिया था कि भामाशाह योजना में ज्यादा लोग कवर होते हैं, जबकि आयुष्मान भारत योजना लागू करने पर बहुत लोग इसके दायरे से बाहर आ जाएंगे.
जब कांग्रेस की सरकार राजस्थान में आई तो आयुष्मान भारत योजना का कार्ड पोस्ट ऑफिस के जरिए लोगों के घर तक भेजा जाने लगा. कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि इसका राजनीतिक इस्तेमाल हम नहीं करने देंगे. मगर अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोनों से निपटने का रास्ता निकाल लिया है और राज्य में 1 सितंबर से भामाशाह योजना बंद कर उसकी जगह आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य योजना लागू करने का ऐलान किया है.
वहीं राजस्थान चिकित्सा मंत्री, डॉ. रघु शर्मा ने बताया, "इस नाम से यह काम राजस्थान में 1 सितंबर से प्रारंभ होगा. करीब एक करोड़ 10 लाख परिवार इसमें लाभान्वित होंगे और मैं समझता हूं कि विभाग की तैयारी हो चुकी है. यह राजस्थान की अवाम के लिए एक बहुत बड़ा फैसला है."
गौरतलब है कि चुनाव के दौरान स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने भरी सभा में कहा था कि कांग्रेस सत्ता में आई तो वसुंधरा राजे की बनाई स्वास्थ्य कार्ड भामाशाह को तोड़ देगी. इसे लेकर बीजेपी ने की धमकी दी थी कि कांग्रेस में हिम्मत है तो भामाशाह योजना बंद करके दिखाए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भामाशाह स्वास्थ्य योजना को राज्य का बड़ा घोटाला बताते रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा है कि दोनों को मिलाजुलाकर आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य योजना बनाया जाएगा, ताकि राज्य में कोई भी व्यक्ति इस योजना से बाहर नहीं जा सके. जो लोग भामाशाह स्वास्थ्य योजना का लाभ ले रहे हैं उन सभी लोगों को आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य योजना में जगह मिलेगी.