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बिहार के चंपारण में किसानों की मदद करेंगे बाबा रामदेव

योग गुरु बाबा रामदेव ने मोतिहारी (चंपारण) में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वो उत्पादन करें, पतंजलि उनके सारे उत्पादों को खरीदेगी. बाबा रामदेव यहां पिपरकोठी के कृषि अनुसंधान केंद्र में प्रगतिशील किसानों को संबोधन कर रहे थे. कार्यक्रम में भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह भी मौजूद थे.

बाबा रामदेव बाबा रामदेव
सुजीत झा
  • नई दिल्ली,
  • 09 जून 2017,
  • अपडेटेड 11:39 PM IST

योग गुरु बाबा रामदेव ने मोतिहारी (चंपारण) में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वो उत्पादन करें, पतंजलि उनके सारे उत्पादों को खरीदेगी. बाबा रामदेव यहां पिपरकोठी के कृषि अनुसंधान केंद्र में प्रगतिशील किसानों को संबोधन कर रहे थे. कार्यक्रम में भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह भी मौजूद थे.

मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन की चर्चा करते हुए उन्होंने राहुल गांधी की मंदसौर यात्रा पर कहा कि वो किसानों की पीड़ा को इवेंट बनाते हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि पूरे बिहार के शहद उत्पादन को पतंजलि खरीदेगी. लीची के शहद को ज्यादा कीमत में खरीदेंगे.

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उन्होंने कहा कि बिहार आंवला उत्पादन के लिए उपयुक्त है. उन्होंने कहा कि जितना हो सके किसान आंवले का उत्पादन करें. रामदेव ने इस इलाके में लीची आधारित फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की घोषणा भी की. बाबा ने किसानों से लीक से हटकर काम करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि मैंने लीक से हटकर काम किया, तभी यहां पहुचा हूं.

उन्होंने पतंजलि के कारोबार की चर्चा करते हुए कहा कि इस साल 10 हज़ार का टर्न ओवर हुआ. अगले 3 से 5 साल में कारोबार 1 लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा. बिहार में किसानों के साथ मिलकर काम करेगी पतंजलि. उन्होंने कहा कि सरकार के सहयोग से काम हो तो अच्छा है और सरकार असहयोग न करे तो और भी अच्छा. वैसे सरकार के साथ काम करने में बहुत अड़चन है, मैं दूर ही रहना चाहता हूं.

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देश के लिए किया व्यापार
बाबा ने कहा मैंने अपने लिए व्यापार नही किया बल्कि देश के लिये किया. उन्होंने कहा कि अच्छे दिन तो आ रहे हैं. मोदी जी और राधामोहन के नीयत में खोट नही है. प्रयास कर रहे हैं, परिणाम आएंगे. उन्होंने कहा, 'हम 5 हज़ार करोड़ का कर्ज लेने जा रहे हैं. रिस्क तो लेना ही पड़ेगा, अगर एक लाख करोड़ टर्न ओवर करना है तो. ईमानदारी और मेहनत है बिहार के किसानों में, जरूरत है रिस्क लेकर लीक से हटकर काम करने की.

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