
बाबा रामदेव ने कहा है कि पतंजलि योगपीठ हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद के बीच विश्व का सबसे बड़ा विश्विद्यालय बनाएगी. करीब एक हजार एकड़ में बनने वाले इस विश्विद्यालय में 1 लाख छात्र पढ़ाई करेंगे. यहां वैदिक के साथ-साथ सभी प्रकार की आधुनिक शिक्षा दी जाएगी.
विश्विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ अनुसंधान और शोध पर भी काम होगा. बाबा रामदेव के मुताबिक, इस विश्विद्यालय में 50 से अधिक विदेशी भाषाओं का ज्ञान भी विद्यार्थियों को दिया जाएगा. रामदेव ने कहा कि उनकी मंशा 2045-50 तक भारत को सुपर पावर बनाने की है.
शिक्षा कभी देश का मुख्य एजेंडा नहीं रहा
रामदेव ने कहा कि दुर्भाग्य से बीते 70 वर्षों से शिक्षा कभी देश का मुख्य एजेंडा नहीं रहा. कभी मंदिर-मस्जिद, तो कभी शिव-भक्ति तो कभी देवी भक्ति को मुख्य एजेंडा बना दिया जाता है. मुकम्मल शिक्षा की जगह साक्षरता पर ध्यान दिया जाता है. साक्षरता अच्छी चीज हैलेकिन बच्चों को सही और गुणवत्तापूर्ण जानकारी जरूर मिलनी चाहिए. शिक्षा , पतंजलि योगपीठ का मुख्य एजेंडा रहा है. इसकी शुरुआत योग शिक्षा के विद्यालय बनवाकर की है.
राम मंदिर जरूर बनना चाहिए
राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि राम इस देश का चरित्र हैं, संस्कृति हैं, स्वभाव हैं, आचरण हैं. राम राजनैतिक मुद्दा नहीं हैं. उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि इस समय केंद्र और यूपी दोनों जगहों पर बीजेपी की सरकार है. अगर इस मौके पर सरकार नेपहल नहीं की तो फिर जनता उन्हें माफ नहीं करेगी. राम का मंदिर अयोध्या में जरूर बनना चाहिए.
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर उन्होंने कहा कि किसानों की जायज मांगों के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए. राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि खेती किसानी न तो वोट बैंक है और न टूरिज्म जहां खेतों में खड़े होकर फोटो खिंचवाए जाते हैं. किसान देश की आत्माहैं लेकिन किसानों का इस्तेमाल वोट बैंक की तरह किया जाता रहा है.
गौरतलब है कि पतंजलि योगपीठ की तरफ से रांची में आचार्यकुलम बनाया जा रहा है. इसी अवसर पर बाबा रामदेव ने मीडिया से बात की.