
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले जननायक जनता पार्टी (JJP) से गठबंधन टूटने के पीछे बसपा ने चौटाला परिवार में फूट पर ठीकरा फोड़ा है. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने भिवानी लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के वादे के मुताबिक एकजुट न होने के कारण बसपा ने अकेले चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया.
सतीश मिश्रा ने कहा कि पार्टी से कहा गया था कि चुनाव से पहले चौटाला परिवार एकजुट हो जाएगा. इनेलो और जेजेपी एक हो जाएगी, मगर ऐसा न होने के कारण गठबंधन तोड़ने का फैसला हुआ.
बसपा मुखिया मायावती ने 13 दिन पूर्व लखनऊ में हरियाणा के पार्टी पदाधिकारियों के साथ मीटिंग में दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया था. इस ऐलान से ठीक एक महीने पहले अगस्त में ही जेजेपी के साथ बसपा का गठबंधन हुआ था.
दबाव में तोड़ा गठबंधन
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के बयान पर जननायक जनता पार्टी (जेजपी) नेता दिग्विजय चौटाला ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि बसपा ने दबाव में आकर गठबंधन तोड़ा है. तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि बसपा के कुछ नेताओं के खिलाफ सीबीआई और ईडी जांच कर रही है. संभव है कि इसके चलते बसपा पर गठबंधन तोड़ने का दबाव बनाया गया.