
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली में पटाखों पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है. इसका मतलब है की अब दिल्ली एनसीआर के सभी छोटे-बड़े पटाखा बाजारों में पटाखे नहीं बेचे जाएंगे. इस फैसले से दिल्ली के सबसे बड़े पटाखा बाजारों के दुकानदार निराश हैं. उनका मानना है कि इससे करोड़ों का नुकसान होना तय है, जिससे उनकी दिवाली काली बन गई है. पर वहीं दूसरी तरफ दिल्ली एनसीआर के युवाओं ने इस फैसले का दिल खोल के स्वागत किया है. ज्यादातर युवा इसे देर से आया हुआ जायज फैसला मानते हैं.
दिल्ली एनसीआर के मॉल, क्लब्स और बाजारों में मौज-मस्ती व खरीदारी करने पहुंचे युवाओं से 'आज तक' ने उनकी राय जानी. इस मसले पर युवाओं का कहना है-
1. दिवाली पर पटाखों पर बैन का फैसला बिल्कुल सही है.
2. इससे एयर पॉल्युशन और साथ ही नॉइज पॉल्युशन से निजात मिलेगी.
3. पिछले साल दिवाली के दूसरे दिन हवा में इतना प्रदूषण था कि सांस लेने में दिक्कत हो रही थी.
4. पैसों की बर्बादी पर रोक लगेगी.
5. बैन ही एकमात्र उपाय था क्योंकि लोग समझाने से मानते नहीं थे.
6. दिवाली साथ मिल कर लक्ष्मी पूजा करने का दिन है, जो दीयों से रौशन होती है ना कि पटाखों से.
7. लोगों को खुद आगे आकर दिवाली पर पटाखे नहीं जलाने की पहल करनी चाहिए.
8. समाज बदलने के लिए हमें बदलना जरूरी है.
हालांकि कुछ लोगों की राय है कि पूरी तरह से बैन सही नहीं है क्योंकि बिना पटाखों के दिवाली सूनी लगेगी. थोड़े-बहुत पटाखे बिकने चाहिए जैसे, फुलझड़ी, अनार और चकरी जिससे आवाज नहीं होती. पूरी तरह बैन करने से भी लोग नहीं मानेंगे.