
शहर के अलग अलग इलाकों से आ रहीं एंबुलेंस कतारबद्ध होकर इलेक्ट्रिक शव दाह गृह के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं, ताकि वो अंदर जा सकें और डेड बॉडी को उतार सकें.
क्रेमेटोरियम के बाहर इंतजार करती लाशें
बेंगलुरु के इस इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में कोविड और दूसरी वजहों से हुई मौतों के बाद डेड बॉडीज को अंतिम संस्कार के लिए लाया जाता है. इलेक्ट्रिक शव दाह गृह में काम करने वाले लोगों ने बताया कि कोरोना से हुई मौत की बॉडी का अंतिम संस्कार करने के बाद दूसरी बॉडी को लाने के बीच कुछ वक्त लगता है. इसलिए समय और ज्यादा खर्च होता है.
80 दिनों में 4278 मौतें
बृहत बैंगलोर महानगर पालिका (BBMP) के आंकड़ों के अनुसार इस क्षेत्र में 1 मई 2020 से लेकर 17 जुलाई 2020 तक 4 हजार 278 लोगों की मौत हुई है. इस आंकड़े में कोरोना से हुई मौतों के अलावा दूसरी मौतें भी शामिल हैं.
कर्नाटक में कोरोना से 59652 संक्रमित
कर्नाटक में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या 59652 हो गई है. यहां पर कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 36637 है. यहां अबतक 21775 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं, जबकि कुल 1240 लोगों की मौत हुई है.