
तीन तलाक के खिलाफ देशभर में मुस्लिम महिलाएं मुखर हैं और सुप्रीम कोर्ट में इस पर ऐतिहासिक सुनवाई चल रही है. लेकिन इसी बीच बरेली में एक अनोखा मामला सामने आया है जहां शादी के बाद से लगातार पति की प्रताड़ना से परेशान महिला ने ही अपने पति को तलाक दे दिया. मिसाल पेश करने वाले इस फैसले को मुस्लिम धर्मगुरु भी सही मान रहे हैं.
मुस्लिम समाज में अब तक यही सुना गया था कि पति कभी फोन पर, कभी खत से तो कभी बीच बाजार अपनी पत्नी को 3 तलाक देकर प्रताड़ित कर रहे हैं. लेकिन बरेली के मीरगंज की एक महिला ने इसके उलट अपने शौहर को ही तलाक दे दिया.
दहेज को लेकर मारते थे
इस महिला की शादी 2011 में शुजादतपुर में हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद से ही दहेज की मांग पर कई बार उसे मारा पीटा गया. हद तो तब हुई जब शादी के 2 साल बाद बेटी पैदा होने से नाराज़ पति ने इसे घर से ही निकाल दिया, जब इंतजार की इंतेहां हो गई तो बीवी ने भी इस्लाम में तलाक के हक का इस्तेमाल बेहतर समझा.
महिला का जज्बा है कबीले-ए-तारीफ
अपने पति को दिए गए इस तलाक को मुस्लिम उलेमा भी सही मान रहे हैं. उलेमा इसे तलाक–ए-ताफवीज़ कह रहे हैं जिसका हक महिलाओं को निकाह के वक्त ही पति की ओर से दिया जाता है. यकीनन, बरेली की इस बहादुर बेटी ने दूसरी प्रताड़ित मुस्लिम महिलाओं को हौसले का एक नया आसमान दिखाया है, जिसे थामकर मुस्लिम महिलाएं भी आजादी की जिंदगी जी सकती हैं.