
भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान को पछाड़ कर भले ही टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंच गई हो. लेकिन अपने होमग्राउंड पर ऋद्धिमान साहा की ये यादगार पारियां खेल प्रेमियों को हमेशा याद रहेंगी. कोलकाता टेस्ट मैच में साहा ने शानदार बल्लेबाजी की और भारतीय टीम की जीत में अहम योगदान निभाया.
मैन ऑफ द मैच रहे साहा
ऋद्धिमान साहा ने अब तक सिर्फ 16 टेस्ट मैच खेले हैं. महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद उन्हें भारतीय टीम में मौका मिला. जाहिर है उनसे उम्मीदें भी वैसी ही थीं. शुरुआत में तो साहा अपने बल्ले से कोई कमाल नहीं दिखा सके. जिसकी वजह से उन्हें कई बार आलोचना का सामना भी करना पड़ा. लेकिन कोलकाता टेस्ट मैच दोनों पारियों में अर्धशतक लगाकर नॉटआउट रहे. इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया. साहा ने दो टेस्ट मैच की तीन पारियों में 112.00 की औसत से 112 रन बनाए. जिसमें उनका बेस्ट स्कोर 58 रन नॉटआउट रहा.
साहा को मिला पहला मैन ऑफ द मैच
साहा की बल्लेबाजी से खेल प्रेमी बेहद खुश हैं. अपने करियर का पहला मैन ऑफ द मैच हासिल करने के बाद साहा ने कहा कि 'मैं बेहद खुश हूं. टीम के सहयोगी खिलाड़ियों और दर्शकों ने मेरा हौसला बढ़ाया. मुझ पर कोई दबाव नहीं था. मैंने अच्छी गेंद को सम्मान दिया और कमजोर गेंदों को बाउंड्री के बाहर पहुंचाया. इस दौरान स्ट्राइक रोटेट करने पर भी खास ध्यान दिया.' उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट शतक जड़ने के बाद मेरा हौसला बढ़ा है. चूंकि मैं कानपुर टेस्ट में बल्लेबाजी में योगदान नहीं दे पाया था, इसलिए इस बार गेंद को आखिरी समय तक देखते हुए शॉट खेले.'
'कानपुर में रन न बनाने से निराशा हुई थी'
कानपुर टेस्ट मैच में साहा कोई खास कमाल नहीं दिखा सके थे. लेकिन कोलकाता में बेहद नाजुक मौकों पर जबरदस्त बल्लेबाजी कर उन्होंने अपने होने का अहसास कराया. ऋद्धिमान साहा का ये शानदार फॉर्म आने वाले मुकाबलों में टीम इंडिया के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा.