
बवाना विधानसभा उपचुनाव 2017 में मिली जीत से आम आदमी पार्टी में खुशी की लहर हैं. सोमवार को फैसला आते ही कार्यकर्ताओं से लेकर पार्टी नेताओं तक सब ने राहत की सांस ली. आम आदमी पार्टी ने बवाना की ज़िम्मेदारी गोपाल राय को दी थी और जीत के बाद उन्होंने इसे लोकतंत्र की जीत बताया हैं सथ ही उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार वेद प्रकाश को धोखेबाज़ कहा और बोला कि दिल्ली को धोखेबाज लोग बर्दाश्त नहीं हैं गोपाल राय ने कहा कि जनता ने दिल्ली सरकार के कामकाज पर पार्टी को जिताया है.
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए गोपाल राय बोले कि इस जीत से केंद्र सरकार को भी संदेश गया है कि दिल्ली सरकार को काम करने दिया जाए. गोपाल राय ने इसे बवाना के लोगों की जीत बताया है. गोपाल राय ने इस उपचुनाव में विविपेट लगना स्वागत योग्य कदम बताया और कहा कि वो चुनाव आयोग से मांग करेंगे कि कम से कम 25% वोटों का मिलान रेंडम ढंग से हो ताकि लोकतंत्र पर सवाल ना खड़े हों. आम आदमी पार्टी के दफ्तरों में भी कार्यकर्ताओं में जीत की खुशी साफ देखी जा सकती थी. नतीजे आने पर कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटे और ढोल पर नाचते हुए खुशी का इज़हार किया.
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मनोज तिवारी ने दी "आप" को नसीहत
बवाना उपचुनाव की हार की जिम्मेदारी लेते हुए बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष भी किया है. तिवारी ने कहा "आप" सीट बचाने में कामयाब लेकिन उसका वोट प्रतिशत पिछले चुनाव के मुकाबले गिरा ही हैं 2015 के विधानसभा चुनाव में आप को 57.91 फीसदी वोट मिले थे, लेकिन उपचुनाव में यह फीसदी सिमट कर 45.43 ही रह गई. इसीलिए ये कहना ज्यादा ठीक है कि आम आदमी पार्टी ने अपनी सीट बचा ली, वैसे भी ये सीट उनके पास ही थी.
हालांकि बीजेपी ने इशारे इशारे में ईवीएम पर सवाल उठाने वाली "आप" पार्टी पर तंज भी कस दिया. तिवारी ने कहा कि बीजेपी जनता के इस निर्णय को बड़ी विनम्रता से स्वीकार करती है. आशा है अब आम आदमी पार्टी ईवीएम को नहीं कोसेंगे और बवाना की समस्याओं को भी दूर करेंगे.
बवाना में मिली हार को स्वीकार करते हुए बीजेपी ने केजरीवाल एंड पार्टी को नसीहत भी दे डाली, तिवारी ने कहा, 'जैसे जीत का जश्न मनाते हैं वैसे ही हार को भी स्वीकार करनी चाहिए. हार का बहाना ढूंढने की बजाय हार की समीक्षा करनी चाहिए. हम जनता के फैसले का सम्मान करते हैं बीजेपी हार की समीक्षा करेगी'.