
सीरीज के तंग शेड्यूल पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विरोट कोहली के बिफरने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) बैकफुट पर आ गया है. बृहस्पतिवार को बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा कि बोर्ड को विराट कोहली के तंग शेड्यूल के विचार पर गंभीरता से आकलन करने की जरूरत है. दरअसल, विराट ने लगातार सीरीज होने से तैयारी के लिए समय नहीं मिलने को लेकर बयान दिया था.
उन्होंने कहा था कि हर सीरीज के बाद एक महीने का ब्रेक मिलना चाहिए, ताकि इसके लिए अच्छे से तैयारी की जा सके. एक सवाल के जवाब में विराट ने कहा था कि दक्षिण अफ्रीका दौरे की तैयारी के लिए अधिक समय नहीं होने के कारण मौजूदा सीरीज के लिए उछालभरी पिचें बनाने का अनुरोध करने के सिवाय कोई चारा नहीं था.
BCCI के कार्यवाहक अध्यक्ष खन्ना ने कहा कि भारत के पास अगले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर होने वाली सीरीज की तैयारी के लिए बहुत ही कम समय बचा है. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर लगातार तीन सीरीज क्यों रखी गईं? खन्ना ने कहा कि विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान हैं. लिहाजा क्रिकेट से जुड़े मामलों में उनके विचार को पूरी गंभीरता से देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के प्रदर्शन पर गर्व है, लेकिन अगर खिलाड़ी थके महसूस कर रहे हैं, तो इस मुद्दे पर विचार करने की जरूरत है.
उछालभरी पिचों से जुड़े एक सवाल के जवाब में कोहली ने कहा था कि श्रीलंका के खिलाफ आखिरी वनडे सीरीज के खत्म होने के दो दिन बाद हमें दक्षिण अफ्रीका रवाना होना है. हमारे पास उस दौरे पर मिलने वाले हालात में खेलने के अलावा कोई चारा नहीं था.
उन्होंने कहा था कि हमें एक महीने का ब्रेक मिलता, तो हम बेहतर तैयारी कर सकते थे, लेकिन अब जो स्थिति है, उसी में तैयारी करनी होगी. भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ आखिरी वनडे 24 दिसंबर को खेलेगी, जबकि 27 दिसंबर को उसे दक्षिण अफ्रीका रवाना होना है. कोहली ने कहा था कि बड़ी सीरीज के लिए टीम को अलग तरीके से तैयारी करनी होती है. लिहाजा दो सीरीज के बीच ब्रेक होना चाहिए.
उन्होंने कहा था कि भविष्य में हमें इस पर ध्यान देना होगा क्योंकि हम विदेश दौरे पर टीम का आकलन करने लगते हैं, लेकिन यह नहीं देखते कि तैयारी के लिए कितना समय हमें मिला. भारतीय कप्तान ने कहा था कि टेस्ट मैचों के बाद नतीजे आने पर लोग खिलाड़ियों के बारे में आकलन करने लगते हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. यह भी देखना चाहिए कि हम जैसी तैयारी करना चाहते थे, हमें उसका मौका मिला या नहीं. हमें लगा कि आने वाली चुनौतियों का सामना करने की तैयारी के लिए यही मौका है.