
#MeToo के तहत भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के CEO राहुल जोहरी के पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रहे पैनल को मदद करने के लिए बीसीसीआई का ही एक बड़ा अधिकारी सामने आया है. रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष इस मामले में स्वतंत्र जांच पैनल को मदद करने के लिए तैयार हो गए हैं.
बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी पहले शीर्ष पदाधिकारी हैं जिन्होंने स्वतंत्र जांच पैनल को सीईओ राहुल जोहरी के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न के मामले में मदद की पेशकश की है. तीन सदस्यीय जांच पैनल ने जोहरी मामले में जांच में उनकी मदद करने के इच्छुक लोगों से नौ नवंबर की समयसीमा तय की थी. पैनल ने इस संबंध में उन्हें ई-मेल करने को कहा था.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "हां, अनिरुद्ध ने शुक्रवार की रात पैनल को ई-मेल करके जांच में मदद करने की पेशकश की है. वह पहले शीर्ष पदाधिकारी हैं जो खुलकर सामने आये हैं और समिति को मेल किया है."
अधिकारी ने कहा, 'इससे पहले समिति ने आईपीएल याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा को समन नहीं भेजा जो कि पैनल के सामने उपस्थित होना चाहते हैं क्योंकि वे उनके अधिकार क्षेत्र को लेकर सुनिश्चित नहीं थे. अब एक वर्तमान पदाधिकारी ने आगे आकर ई-मेल किया है."
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष का जांच में मदद की पेशकश को क्रिकेट की दुनिया में बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है. इस मामले में अभी भी अनिरुद्ध चौधरी की टिप्पणी का इंतजार है. देश में चल रहे #MeToo मुहिम के तहत एक अज्ञात ट्विटर अकाउंट के जरिए एक शख्स द्वारा राहुल जोहरी के खिलाफ शारीरिक शोषण के आरोप लगाए थे. इसके बाद सीओए ने तुरंत ही राहुल जोहरी को बीसीसीआई का प्रतिनिधत्व करने से रोक दिया था और उनसे एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा था.
राहुल जोहरी ने 20 अक्टूबर को बीसीसीआई को दी अपनी सफाई में खुद को बेगुनाह बताया था. इस विवाद के बीच बीसीसीआई ने राहुल चौधरी को छुट्टी पर भेज दिया था. माना जा रहा है कि बीसीसीआई तुरंत ही कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुला सकता है और 15 नवंबर तक अपनी जांच पूरी कर सकता है.