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ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय रहें होशियार

नोटबंदी के बाद बैंक और एटीएम के बाहर लंबी कतारें आम हो चुकी हैं. एटीएम से महज़ 2000 रुपये निकाले जा सकते हैं. जिसके लिए लोगों को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए खरीदारी करना आसान है. ज्यादातर लोग प्लास्टिक मनी से घर का जरूरी सामान खरीद रहे हैं. लेकिन ऐसा करते समय अगर आप से थोड़ी सी भी चूक हो जाए तो आपको भारी नुकसान हो सकता है.

पुलिस ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के वक्त सावधनी बरतने की अपील की है पुलिस ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के वक्त सावधनी बरतने की अपील की है
परवेज़ सागर/अनुज मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 26 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:53 PM IST

नोटबंदी के बाद बैंक और एटीएम के बाहर लंबी कतारें आम हो चुकी हैं. एटीएम से महज़ 2000 रुपये निकाले जा सकते हैं. जिसके लिए लोगों को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए खरीदारी करना आसान है. ज्यादातर लोग प्लास्टिक मनी से घर का जरूरी सामान खरीद रहे हैं. लेकिन ऐसा करते समय अगर आप से थोड़ी सी भी चूक हो जाए तो आपको भारी नुकसान हो सकता है.

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पहले ही रोजाना दर्जनों ऑनलाइन फ्रॉड के मामले में सामने आते रहते हैं. लेकिन नोटबंदी होने के बाद से ऐसे मामलों में बढोत्तरी हो सकती है क्योंकि ज्यादातर लोग क्रेडिट, डेबिट कार्ड और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर रहे हैं. ऐसे सैकड़ों मामले पहले से ही साइबर क्राइम सेल में पेंडिग पड़े हैं. इसलिए अब इस आने वाले खतरे के मद्देनजर साइबर सेल ने कमर कस ली है.

दिल्ली के स्पेशल सीपी (क्राइम) ताज हसन ने बताया कि जल्द ही 588 साइबर कॉप अलग-अलग थानों में साइबर फ्रॉड से निपटने के लिए तैनात किए जाएंगे. इसके लिए 126 इसंपेक्टर, 287 एसआई और करीब 336 सिपाही और हेड कॉन्स्टेबल तैयार किए गए हैं. हर थाने की साइबर टीम में 1 इसंपेक्टर, 2 एसआई और 2 सिपाही या हवलदार होंगे.

स्पेशल सीपी के मुताबिक पुलिस बैंको से भी सम्पर्क में है. इस खतरे से निपटने के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं. पुलिस ने आम जनता से अपील करते हुए कुछ खास एतियात बरतने के लिए कहा है. पुलिस के मुताबिक क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें.

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स्पेशल सीपी (क्राइम) ताज हसन ने आम जनता को सावधान रहने के टिप्स भी दिए. उन्होंने बताया कि अपने क्रेडिट और डेबिट कार्ड का पिन नंबर कभी किसी को न बताएं. सामान खरीदते समये भी पिन नंबर छिपाकर डॉयल करें और रसीद लेकर ही निकलें. ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी गुप्त रखें. अपना कार्ड कभी किसी को न दें.

कभी कोई बैंक का कर्मचारी बनकर अगर आपको फोन करे और आपके अकाउंट से संबंधित जानकारियां मांगे तो ऐसी जानकारी कभी भी किसी के साथ शेयर न करें. हसन ने कहा कि ऐसे वक्त में कुछ लोग इसी फिराक में हैं कि आपसे कोई गलती हो और वो आपके पैसे पर हाथ साफ कर सकें. इसलिए सावधानी बरतने की जरुरत है. ताकि साइबर क्राइम को रोका जा सके.

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