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‘बीटिंग रिट्रीट’ में छाई रहीं भारतीय धुनें

राजधानी दिल्ली के विजय चौक पर 66वें गणतंत्र दिवस समारोहों के समापन के मौके पर गुरुवार को ‘बीटिंग द रिट्रीट’ में संगीतकारों की धुनों से आसमान गूंज उठा. सांझ ढले राष्ट्रपति भवन भी इस मौके पर रोशनी से जगमगा उठा. इस साल के समारोह में भारतीय धुनें छाई रहीं, जिनमें वीर भारत, चन्ना बिलौरी, जय जन्म भूमि और अतुल्य भारत शामिल हैं और इन्हें दर्शकों की खूब सराहना मिली.

बीटिंग रिट्रीट बीटिंग रिट्रीट
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 जनवरी 2015,
  • अपडेटेड 11:42 AM IST

राजधानी दिल्ली के विजय चौक पर 66वें गणतंत्र दिवस समारोहों के समापन के मौके पर गुरुवार को ‘बीटिंग रिट्रीट’ में संगीतकारों की धुनों से आसमान गूंज उठा. सांझ ढले राष्ट्रपति भवन भी इस मौके पर रोशनी से जगमगा उठा. इस साल के समारोह में भारतीय धुनें छाई रहीं, जिनमें वीर भारत , चन्ना बिलौरी, जय जन्म भूमि और अतुल्य भारत शामिल हैं और इन्हें दर्शकों की खूब सराहना मिली.

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अन्य धुनों में देशों के सरताज भारत, पाइपर ओ ड्रमोंड, गोरखा ब्रिगेड, ओशन स्पलेंडर, ब्लू फील्ड, बैटल ऑफ द स्काई, आनंदलोके, डैशिंग देश, सलाम टू द सोल्जर्स, गिरि राज, ड्रमर्स कॉल, एबाइड विद मी और सदाबाहर ‘सारे जहां से अच्छा’ शामिल था. ‘ऐ मेरे वतन के लोगो’, ‘मां तुझे सलाम’ और ‘कंधों से मिलते हैं कंधे’ जैसी धुनें भी बजाई गईं.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी उनकी पत्नी सलमा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई अन्य गणमान्य लोगों ने सशस्त्र बलों की कई रेजीमेंट के बैंड देखे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी थे, जो सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी हैं. वह राष्ट्रपति भवन से बख्तरबंद कार में सवार होकर आए, जबकि पिछले साल वह 6 घोड़ों वाली बग्घी में आए थे. बग्गी का इस्तेमाल ब्रिटिश शासन के दौर में वायसराय किया करते थे.

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राष्ट्रपति के आगमन पर तुरही और बिगुल बजाए गए, जिसके बाद राष्ट्रगान बजाया गया. समारोह के लिए 23 धुनों में 20 धुन भारतीय संगीतज्ञों ने तैयार की थीं, जिमसें थल सेना, वायुसेना और नौसेना के बैंड शामिल थे. लाल, हरे, नारंगी और नीली पोशाक पहने बैंड के सदस्यों ने ध्वज झुकाए जाने से पहले एक घंटे तक धुनें बजाई. ‘बीटिंग द रिट्रीट’ के प्रधान संचालक मेजर गिरिश कुमार यू थे, जबकि सैन्य बैंड के संचालक सूबेदार सुरेश कुमार थे. नौसेना और वायुसेना के बैंड के कमांडर मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर (संज्ञीतज्ञ 1) रमेश चंद थे.

--इनपुट भाषा से

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