
भारत और रूस ने एक जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने जा रहे सालाना शिखर सम्मेलन से पहले, आज असैन्य परमाणु, व्यापार एवं निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपने रूस के उप प्रधानमंत्री सहयोग की समीक्षा की.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रूस के उप प्रधानमंत्री दमित्री रोगोजिन के साथ बातचीत करने के बाद कहा ‘‘हमने असैन्य परमाणु, व्यापार और निवेश सहित अन्य क्षेत्रों में अपने सहयोग को और आगे ले जाने का निर्णय किया है.’’ द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े बड़े मुद्दों के समाधान के लिए मुख्य मंच ‘इंडिया रशिया इंटर गवर्नमेंटल कमीशन ऑन ट्रेड, इकोनॉमिक एंड कल्चरल कोऑपरेशन’ 'आईआरआईजीसीटीईसी' की बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने विभिन्न प्रमुख द्विपक्षीय पहलों के कार्यान्वयन की स्थिति का भी जायजा लिया.
सुषमा और रोगोजिन ने मोदी और पुतिन के बीच अगले माह रूस में होने जा रहे सालाना शिखर सम्मेलन की तैयारियों पर भी विचार विमर्श किया.