
कर्नाटक के बीदर जिला स्थित एक स्कूल में सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (CAA) और एनआरसी के खिलाफ नाटक के मंचन के मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है. पुलिस ने इस मामले में कुछ नाबालिग स्कूली बच्चों से पूछताछ की है. बीदर के एसपी ने इंडिया टुडे से इसकी पुष्टि की है. एसपी के मुताबिक पुलिस बच्चों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उन्हें इस नाटक की तैयारी किसने कराई?
क्या है पूरा मामला?
इस मामले में शिकायत नीलेश रक्षयाल नाम के सामाजिक कार्यकर्ता ने कराई है. उनके मुताबिक 26 जनवरी को स्कूल में नाबालिग बच्चों से यह नाटक कराया गया. जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी की कथित तौर पर 'गलत छवि' पेश की गई. बताया जा रहा है कि इस नाटक के वीडियो को फेसबुक पर पोस्ट किया गया और बाद में डिलीट कर दिया गया. वीडियो में कथित तौर पर पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया.
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किस-किस पर दर्ज हुआ मुकदमा
शाहीन एजुकेशन इंस्टिट्यूट के अधिकारियों के खिलाफ यह मुकदमा 26 जनवरी के दिन ही दर्ज हुआ था. आईपीसी की धारा 124ए (राजद्रोह), 504 (शांति भंग का प्रयास), 153ए (सांप्रदायिक कटुता बढ़ाना) आदि धाराओं में मामला दर्ज किया गया. एफआईआर में स्कूल और मैनेजमेंट के प्रमुखों को आरोपी बनाया गया. इसके अलावा, इस नाटक का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के आरोप में मोहम्मद युसूफ रहीम पर भी केस दर्ज किया गया.