
कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु में रविवार को तंजानिया की छात्रा के साथ बदसलूकी का मामला सियासी महकमे में भी तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक की सिद्दारमैया सरकार से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है, वहीं कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वरा का कहना है कि यह कहीं से नस्लवादी हमला नहीं है.
परमेश्वरा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'बंगलुरु में तंजानिया की छात्रा के साथ जो घटना हुई है कांग्रेस पार्टी उसकी निंदा करती है. यह नस्लवादी हमला नहीं है. नस्लीय हमले हों, ऐसा बंगलुरु का चरित्र नहीं है.' गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बाहर से आने वाले छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है.
दूसरी ओर, भारत में तंजानिया के राजदूत जॉन डब्लूएच किजाजी ने कहा है कि हर कोई अपने अनुसार आकलन करने के हकदार है, लेकिन बंगलुरु में जो घटना हुई है वह 'मॉब जस्टिस' और नस्लवाद का एक तत्व है.
कर्नाटक सरकार से रिपोर्ट तलब
तंजानियाई छात्रा के मामले में गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कर्नाटक सरकार से रिपोर्ट तलब कर ली है. इसके पहले कर्नाटक के होम मिनिस्टर ने कहा था कि हम इस केस की पल पल की रिपोर्ट विदेश मंत्रालय को दे रहे हैं.
गृह मंत्री परमेश्वरा के प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रमुख बातें-
1) हम इस केस को गंभीरता से ले रहे हैं.
पांच लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
इस मामले में पुलिस ने क्रिमिनल केस दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, यह घटना बंगलुरु में रविवार को हुई जब कुछ लोग एक विदेशी छात्रा की कार के नीचे आने से एक महिला की मौत को लेकर नाराज थे. उन्होंने पहले कार चला रहे एक दूसरे विदेशी छात्र की पिटाई की और उसकी कार को आग लगा दी. इस दौरान उन्होंने वहां से गुजरने वाली तंजानिया की छात्रा से बदसलूकी की, उसके कपड़े फाड़ दिए और पिटाई की.