
तमिलनाडु की 25 वर्षीय एनएल बेनो जेफाइन देश की पहली ऐसी इंडियर फॉरेन सर्विस (IFS) ऑफिसर बनने जा रही हैं, जो पूरी तरह से नेत्रहीन हैं. उन्हें पिछले हफ्ते केंद्र सरकार से नियुक्ति का आदेश मिल चुका है. इस बड़े फैसले के लिए जेफाइन ने पीएम नरेन्द्र मोदी को शुक्रिया कहा है. उन्हें 60 दिन के अंदर देश की सेवा का कामकाज संभालना है. उन्होंने साल 2014 में सिविल सर्विस एग्जाम पास किया था. एक साल इंतजार के बाद अब विदेश मंत्रालय ने उन्हें नियुक्ति आदेश भेजा है.
जेफाइन ने मद्रास यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में पोस्टग्रेजुएट किया है. वे अपनी सफलता का श्रेय पैरेंट्स को देती हैं. उनके मुताबिक पिता ने उनकी जरूरत को पूरा करने में हर संभव मदद की. एग्जाम की तैयारी करने के लिए किताबें खरीदने को उन्होंने कभी मना नहीं किया. उनका कहना है कि उनकी मां उन्हें किताबें और अखबार पढ़कर सुनाया करती थीं. आपको बता दें कि जेफाइन के पिता रेलवे में काम करते हैं और मां हाउसवाइफ हैं.
जेफाइन ने पढ़ाई के लिए ब्रेल लिपि की जगह जॉब एक्सेस विद स्पीच नाम के सॉफ्टवेयर की मदद ली. इस सॉफ्टवेयर की मदद से दृष्टिबाधित लोग कंप्यूटर स्क्रीन पढ़ सकते हैं. इस सॉफ्टवेयर को स्मार्टफोन से भी एक्सेस किया जा सकता है. जेफाइन फिलहाल स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में काम कर रही हैं.
विदेश मंत्रालय से नियुक्ति पत्र मिलने के बाद जेफाइन ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता, केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह और एसबीआई कर्मचारियों को भी शुक्रिया कहा है.