Advertisement

जामा मस्जिद में विदेशी मिनी स्कर्ट में जाते थे, इसलिए किया हमला: यासिन भटकल

मिनी स्कर्ट पहन कर विदेशियों के जामा मस्जिद में घुसने की घटनाओं ने इंडियन मुजाहिदीन के सह संस्थापक यासिन भटकल और उसके सहयोगियों को सितंबर 2010 में इस ऐतिहासिक मस्जिद पर हमला करने के लिए उकसाया था.

यासिन भटकल यासिन भटकल
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली,
  • 23 अप्रैल 2014,
  • अपडेटेड 10:33 AM IST

मिनी स्कर्ट पहन कर विदेशियों के जामा मस्जिद में घुसने की घटनाओं ने इंडियन मुजाहिदीन के सह संस्थापक यासिन भटकल और उसके सहयोगियों को सितंबर 2010 में इस ऐतिहासिक मस्जिद पर हमला करने के लिए उकसाया था.

भटकल और उसके साथी असदुल्लाह अख्तर के खिलाफ यहां अदालत में दाखिल आरोपपत्र में दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने बताया कि आरोपियों की नजर में विदेशियों द्वारा छोटे कपड़े पहनना गैर इस्लामिक माना जाता है और इसी वजह से उन्होंने मस्जिद के तीन नंबर गेट पर हमला करने का फैसला किया.

Advertisement

पुलिस ने बताया कि यासिन द्वारा टोह लिए जाने के बाद यह फैसला किया गया कि हमले के लिए तीन नंबर गेट सही स्थान है क्योंकि इसी जगह से छोटे कपड़े पहनने वाले विदेशी जामा मस्जिद परिसर में प्रवेश करते हैं. इन्‍हें ये आतंकवादी गैर इस्लामिक मानते थे.

भटकल और अख्तर को 19 सितंबर 2010 को जामा मस्जिद पर हुए आतंकी हमले के संबंध में आरोपित किया गया है. इस हमले में दो ताइवानी पर्यटक घायल हो गए थे. पुलिस ने बताया कि दो मोटरसाइकिल सवारों ने जामा मस्जिद के तीन नंबर गेट पर पर्यटकों पर गोलीबारी की और दो ताइवानी पर्यटक कू जेई वेई तथा को चियांगे घायल हो गए.

पुलिस के अनुसार इलाके में खड़ी की गई चोरी की कार में मामूली धमाका हुआ, जिसमें बम लगाया गया था. आरोपपत्र में पुलिस ने कहा कि पुणे में 13 फरवरी 2010 के बम विस्फोट के पांच महीने बाद आईएम के भारतीय प्रमुख भटकल ने पहाड़गंज के जर्मन बेकरी में एक अगस्त 2010 को आतंकवादी हमले की योजना बनाई थी लेकिन इस योजना को रद्द कर दिया गया क्योंकि हमले को अंजाम देने वाले एक आतंकवादी को दुर्घटनावश हुई गोलीबारी में चोटें आईं थीं.

Advertisement

पुणे की जर्मन बेकरी में 13 फरवरी 2010 को हुए शक्तिशाली बम विस्फोट में 17 लोग मारे गए थे, जिनमें विदेशी भी शामिल थे. हमले में करीब 60 लोग घायल भी हुए थे. पुलिस ने दावा किया है कि यासिन भटकल को पाकिस्तान स्थित उसके आकाओं ने दिल्ली में होने वाले 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों से पूर्व आतंकवादी हमले करने का निर्देश दिया था.

11 सितंबर के हमले ने आईएम के गठन का साहस दिया
न्यूयॉर्क में 11 सितंबर को ट्विन टॉवर पर हुए हमले ने यासीन भटकल को आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का गठन करने का साहस दिया और वह जिहादी मानसिकता से इस कदर ग्रस्त था कि वह गुजरात के सूरत में हमला करने के लिए पाकिस्तान से परमाणु आयुध हासिल करने की प्रक्रिया में था. विशेष प्रकोष्ठ के समक्ष किए गए खुलासे में 31 वर्षीय भटकल ने कहा कि 11 सितंबर 2001 के पहले उसके भीतर जिहाद की प्रबल भावना थी लेकिन वह महसूस करता था कि वह ऐसे कृत्य करने में अक्षम है. भटकल के बयान को हाल में यहां की अदालत के समक्ष दायर किया गया.

उसने कहा कि मुंबई में अपने प्रवास के दौरान अमेरिका में न्यूयॉर्क के ट्विन टावरों पर हमला हुआ जिसने पूरी दुनिया और मेरी मनोदशा और व्यक्तित्व को हिला दिया. भटकल ने अपने बयान में कहा कि 11 सितंबर के पहले मेरे मन में जिहाद की प्रबल भावना थी लेकिन मैं खुद को अक्षम और कुछ महत्वपूर्ण करने के लिए संसाधन की कमी महसूस करता था. 11 सितंबर के हमले ने मुझे आत्मविश्‍वास दिया और जिहाद के लिए मेरी प्रतिबद्धता को मजबूत किया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement