
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में मचे घमासान के बीच 'आज तक' ने चीफ प्रॉक्टर ओंकारनाथ सिंह से बात की है. प्रशासन की कोताही के आरोपों को खारिज करते हुए प्रॉक्टर ने कहा कि पीड़िता की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई हुई है. पीड़िता कार्रवाई से संतुष्ट भी है, मगर उसने खुद ये बोला है कि लगातार उस पर दबाव बनाया जा रहा है.
पूरे मामले को सियासी रंग दिया गया
चीफ प्रॉक्टर ने भी इस घटना में बाहरी लोगों का हाथ होने की बात कही है. प्रॉक्टर के मुताबिक पूरे मामले को सियासी रंग दिया गया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस में थे. इसके पीछे कुछ और संगठनों का हाथ है.
छेड़खानी तो पूरे देश में हो रही है
ओएन सिंह ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि यहां पर रोज-रोज छेड़खानी होती है, छेड़खानी तो पूरे देश में हो रही है, मगर हमने जब भी कोई छेड़खानी हुई है तो उस पर कार्रवाई की है.'
दो सिक्योरिटी गार्ड निष्कासित
चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई ना करने वाले दो सिक्योरिटी गार्डों को निष्कासित कर दिया गया है. वहीं कैंपस में सुरक्षा के मद्देनजर सिक्योरिटी गार्ड की यूनिफार्म बदलने का फैसला किया है और जरूरत पड़ने पर उनको सादे कपड़ों में रहने को भी कहा जा सकता है.
अपनी मर्जी से हॉस्टल से गए हैं छात्र-छात्राएं
वहीं बीएचयू के हॉस्टल खाली कराए जाने पर चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि जो छात्र-छात्राएं हॉस्टल से छुट्टियों के लिए गए हैं, वे अपनी मर्जी से गए हैं और हॉस्टल खाली करने को नहीं कहा गया है.