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14 मौतों की जांच में खुलासा, BHU अस्पताल में मरीजों पर इस्तेमाल हुई थी इंडस्ट्रियल गैस

कांग्रेस ने कहा कि इस रिपोर्ट ने योगी सरकार की पोल खोल दी है. कांग्रेस ने सीएम योगी आदित्यनाथ और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से इस्तीफे की मांग की.

BHU का सर सुंदर लाल अस्तपताल BHU का सर सुंदर लाल अस्तपताल
मौसमी सिंह
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  • 05 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST

गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल के बाद अब बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के सुंदर लाल अस्पताल में भी लापरवाही का मामला सामने आया है. तीन दिन के अंदर सामान्य से ज्यादा हुई मौतों के बाद जांच में खुलासा हुआ है कि अस्पताल में इंडस्ट्रियल गैस का इस्तेमाल किया जा रहा था. 

सरकार की जांच रिपोर्ट में भारी लापरवाही की बात सामने आई है. जांच में पता चला है कि मरीजों को बेहोश करने के लिए नियमों का उल्लंघन करते हुए इंडस्ट्रियल गैस का इस्तेमाल किया जा रहा था.

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ये है मामला

दरअसल, इसी साल 6 जून से लेकर 8 जून तक सुंदर लाल अस्पताल में 14 मरीजों की मौत हो गई थी. सामान्य से ज्यादा मौत होने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए थे.

जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा

जांच रिपोर्ट में पता चला है कि बीएचयू के अस्पताल में मरीजों को बेहोश करने के लिए इंडस्ट्रियल गैस का इस्तेमाल किया जाता था जो कि गलत है.

'योगी ने बनाया रोगी'

कांग्रेस ने आरोप लगाया है इस गैस के चलते ही उन 14 मरीज़ों की मौत हुई थी. कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा, '18 जुलाई को दी गई इस रिपोर्ट ने योगी सरकार की पोल खोल दी है. योगी जी और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है. सच तो ये है कि यूपी को योगी ने रोगी बना दिया है'.

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बीजेपी नेता पर आरोप

रणदीप सुरजेवाला ने ये भी आरोप लगाया है कि इस घटना के पीछे जो कंपनी है, उसके मालिक बीजेपी के विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी हैं. सुरजेवाला ने आरोप लगाया, 'बीएचयू अस्पताल में गैस की आपूर्ति इलाहाबाद की निजी कंपनी परेरहट इंडस्ट्रियल एंटरप्राइजेज करती है. इस कंपनी के पास मेडिकल गैस बनाने या बेचने का लाइसेंस नहीं है. कंपनी के निदेशक अशोक कुमार बाजपेयी और इलाहाबाद से बीजेपी विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी हैं'.

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