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BHU हिंसा मामले में 14 विद्यार्थियों को निलंबित किया गया

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) ने 14 विद्यार्थियों को दो दिन पहले परिसर में हिंसा भड़काने के आरोप में निलंबित कर दिया. उधर, दिल्ली में कांग्रेस ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से तत्काल छात्र संघ का चुनाव कराने के लिए बीएचयू के मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया.

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aajtak.in
  • वाराणसी/नई दिल्ली,
  • 23 नवंबर 2014,
  • अपडेटेड 12:30 AM IST

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) ने 14 छात्रों को दो दिन पहले परिसर में हिंसा भड़काने के आरोप में निलंबित कर दिया. उधर, दिल्ली में कांग्रेस ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से तत्काल छात्र संघ का चुनाव कराने के लिए बीएचयू के मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया.

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह भी कहा कि परिसर में फैली व्यापक हिंसा की हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराई जाएगी. गुरुवार को जब छात्र परिषद की जगह छात्र संघ की चुनाव की मांग कर रहे कुछ छात्र हिंसा पर उतर आए और पुलिस से उनकी झड़प हुई थी तो कई छात्र एवं अन्य लोग घायल हो गए थे.

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इसी बीच एक शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि एक अन्य को विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. यूनिवर्सिटी के कार्यवाहक कुलपति राजीव ने बताया कि अगले दो दिनों में 14 विद्यार्थियों, एक शिक्षक को निलंबन आदेश और एक अन्य शिक्षक कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा.

कुलपति ने कहा कि शिक्षक का निलंबन वित्तीय अनियमितता में उनकी कथित भूमिका को लेकर किया गया है. हालांकि उन्होंने निलंबित किए गए छात्रों और शिक्षक के नाम नहीं बताए.

कांग्रेस प्रवक्ता और दशकों पहले बीएचयू छात्र संघ के नेता रहे मोहन प्रकाश ने नई दिल्ली में कहा कि उन्होंने बीएचयू के विजिटर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से हस्तक्षेप की अपील की. उन्होंने प्रधानमंत्री और बनारस से सांसद नरेंद्र मोदी से भी चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की.

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उन्होंने कहा कि क्योंकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी और जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी जैसे अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव होते हैं तो बीएचयू में भी चुनाव होने चाहिए. दूसरी बात कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों में भी चुनाव होने दे रही है. उन्होंने गिरफ्तार छात्रों को तुरंत रिहा करने और उनके खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की मांग की.

गौरतलब है कि बड़े पैमाने पर हिंसा के बाद 1997 में बीएचयू में छात्र संघ भंग कर दिया गया था. बहुत दबाव पड़ने पर 2007-08 में छात्र परिषद गठित की गई. लेकिन छात्र राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों की तरह यहां भी समुचित छात्रसंघ चाहते हैं.

इनपुट भाषा से

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