
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने मानेसर जमीन अधिग्रहण घोटाले के मामले में पांच लाख के निजी मुचलके पर जमानत दे दी.
जमानत मिलने के बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और आने वाले समय में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि मेरे ऊपर सारे के सारे केस झूठे हैं और इन्हीं केसों को लेकर न्यायालय के अंदर कानूनी लड़ाई लड़ूंगा और सड़क पर राजनीति की लड़ाई लडूंगा.
हुड्डा को जमानत मिलने के बाद हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने कहा कि जमानत मिलने से केस खत्म नहीं होता और मानेसर में जमीन अधिग्रहण के दौरान तत्कालीन हुड्डा सरकार में काफी गड़बड़ियां हुई थी और जांच रिपोर्ट में भी पूरा घोटाला सबके सामने आ चुका है.
उन्होंने आगे कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुद पर लगे आरोपों को लेकर जब सीबीआई जांच की मांग खुद कर चुके हैं तो अब कोर्ट में जारी केस को वो राजनीतिक साजिश कैसे बता सकते हैं.
इस मामले में आरोप है कि अगस्त 2014 में निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात जनसेवकों के साथ मिलीभगत कर गुड़गांव जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भूस्वामियों को अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीद ली थी.
कांग्रेस की तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे बिल्डर्स को औने-पौने दाम पर बेचने का आरोप है.