
चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी अपना रथ लेकर कैंपेन करने में जुटे हैं. इसी चुनावी रथ में 'आजतक' ने भूपेंद्र हुड्डा से रोहतक में बात की. हुड्डा का कहना है कि हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस की सीधी टक्कर है. जेजेपी और अन्य पार्टियां बीजेपी की बी टीम की तरह काम कर रही हैं. हुड्डा का कहना है कि हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है और कांग्रेस बहुमत की सरकार बनाएगी, क्योंकि बीजेपी सरकार ने पिछले 5 साल में कोई विकास काम नहीं किया.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है, 'विकास के नाम पर खट्टर सरकार ने एक भी ईंट नहीं लगाई, ना कोई नई मेट्रो लाइन बिछाई, ना ही कोई रेलवे लाइन लेकर आए, ना ही सड़कें बनवाईं जबकि हमारी सरकार ने हरियाणा को विकास के नाम पर नंबर वन किया था जबकि खट्टर सरकार ने अपराध के नाम पर नंबर वन किया. बेरोजगारी के नाम पर नंबर वन हरियाणा प्रदेश बना दिया है. हुड्डा का कहना है कि आज नौजवान बेरोजगार घूम रहे हैं.'
चुनाव में मुद्दा हरियाणा सरकार की नाकामी: हुड्डा
चुनाव में मुख्य मुद्दे के बारे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है, 'हरियाणा विधानसभा चुनाव में मुख्य मुद्दा हरियाणा सरकार की नाकामी है, लोगों को रोजगार चाहिए, शिक्षा चाहिए, स्वास्थ्य चाहिए लेकिन सब में मनोहर लाल खट्टर सरकार विफल साबित हुई है. यही चुनाव में हमारे लिए सबसे बड़ा मुद्दा है.'
धारा 370 के सवाल पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है, 'धारा 370 का मैंने पहले ही समर्थन किया है, लेकिन इस चुनाव में धारा 370 कोई मुद्दा नहीं है. मुद्दा रोजी-रोटी का है, रोजगार का है, विकास का है, बीजेपी का यह मुद्दा कहीं भी असर नहीं डाल रहा है.'
90 में से 110 सीटें भी खुद को दे सकती है बीजेपी: हुड्डा
अशोक तंवर ने दुष्यंत चौटाला का समर्थन किया, इस पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है, 'यह लोग सुबह किसी का समर्थन करते हैं, शाम को किसी के पाले में जा बैठते हैं. इनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. बीजेपी के 75 पार के नारे पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि बीजेपी कुछ भी नारा दे, उससे क्या फर्क पड़ता है. अगर इनका बस चले तो 90 सीटों में से 110 सीटें भी अपने आपको दे सकती है, लेकिन जमीन पर बीजेपी का कुछ नहीं है. प्रदेश की जनता को तय करना है कि किसको कितनी सीटें मिलेंगी.