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झारखंड में बूढ़ा पहाड़ पर नक्सलियों के खिलाफ तीन राज्यों का बड़ा अभियान

झारखंड में बूढ़ा पहाड़ तीन राज्यों झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश तक में फैला हुआ है. नक्सली अक्सर इसी का फायदा उठाकर भाग निकलते हैं, लेकिन इस बार पूरा अभियान एकीकृत कमान के तहत चलाया जा रहा है.

सुरक्षा बल के जवान (फाइल) सुरक्षा बल के जवान (फाइल)
केशवानंद धर दुबे/धरमबीर सिन्हा
  • रांची,
  • 23 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 12:10 AM IST

झारखंड में नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित पनाहगार माने जाने वाले बूढ़ा पहाड़ पर अब सुरक्षा बल आखिरी धावे की तैयारी में हैं. इसके लिए करीब 50 किलोमीटर के दायरे में फैले बूढ़ा पहाड़ इलाके में बसे ग्रामीणों को हटाने का काम शुरू हो गया है.

दरअसल बूढ़ा पहाड़ तीन राज्यों झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश तक में फैला हुआ है. नक्सली अक्सर इसी का फायदा उठाकर भाग निकलते हैं, लेकिन इस बार पूरा अभियान एकीकृत कमान के तहत चलाया जा रहा है.

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अभेद्य दुर्ग की मानिंद है बूढ़ा पहाड़

झारखंड के गढ़वा जिले का बूढ़ा पहाड़ इलाके में नक्सलियों का एकछत्र राज चलता है. नक्सलियों ने इसे नए रंगरूटों का ट्रेनिंग सेंटर भी बनाया हुआ है. यहां के चप्पे-चप्पे पर लैंड माइंस और बूबी ट्रैप्स का जाल बिछा रखा है. खतरा कितना गंभीर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां तेज हवा और बेतहाशा पड़ने वाली गर्मी की वजह से इन लैंड माइंस में विस्फोट भी हो जाता है, लेकिन अब सुरक्षाबल पूरी तैयारी के साथ इलाके को नक्सलियों से मुक्त कराने के अभियान में लगे हैं.

यह बूढ़ा पहाड़ पर चलाया जाने वाला तीसरा अभियान है. अबकी बार इसके गढ़वा, लातेहार जिलों की पुलिस को छत्तीसगढ़ सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है. बूढ़ा पहाड़ दरअसल नक्सलियों का ऐसा अभेद्य किला बना हुआ है, जिसको सुरक्षा बल चाह कर भी अबतक भेद नहीं पाए हैं.

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ग्रामीणों को अस्थाई शिविर में भेजा

योजना के तहत यहां रह रहे ग्रामीणों को योजनाबद्ध तरीके से हटाकर शिविरों में भेज दिया गया है, ताकि मुठभेड़ की स्थिति में नक्सली इन गांवों में न तो छुप सकें और न ही ग्रामीणों का इस्तेमाल मानव ढाल के तौर पर कर सकें. दरअसल झारखंड सरकार ने संकल्प लिया है कि पूरे राज्य से साल 2018 तक नक्सली आतंक का खात्मा कर दिया जाएगा. इसके लिए स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी एसआईबी के गठन को मंजूरी मिल गई है, जो खासतौर पर नक्सलियों के खिलाफ खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए बनाया गया है.

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