Advertisement

इंटर के रिजल्ट की गड़बड़ि‍यों को दूर करने के लिए बिहार बोर्ड ने किए कई बड़े ऐलान

इंटर के नतीजों में हुई गड़बड़ि‍यों को लेकर मचे हंगामे के बीच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने पटना में छात्रों को राहत देने के लिए कई बड़े ऐलान किए. बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा यदि गलत मूल्यांकन है और छात्र किसी प्रतियोगिता परीक्षा में पास हो गए हैं तो उसे सुधारा जाएगा.

बिहार बोर्ड भवन बिहार बोर्ड भवन
सुजीत झा
  • नई दिल्ली,
  • 06 जून 2017,
  • अपडेटेड 11:59 PM IST

इंटर के नतीजों में हुई गड़बड़ि‍यों को लेकर मचे हंगामे के बीच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने पटना में छात्रों को राहत देने के लिए कई बड़े ऐलान किए. बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा यदि गलत मूल्यांकन है और छात्र किसी प्रतियोगिता परीक्षा में पास हो गए हैं तो उसे सुधारा जाएगा.

दो विषय में फेल के लिए कम्पार्टमेंटल परीक्षा
उन्होंने कहा कि जिनके नम्बर गलत विषयों में चढ़ गए हैं, उन्हें ठीक किया जाएगा. दो विषयों में फेल करने वाले छात्र के लिए कम्पार्टमेंटल परीक्षा 3 जुलाई से 13 जुलाई तक होगी. इसके लिए 8 जून से 14 जुन तक रजिस्ट्रेशन किया जाएगा.

Advertisement

आनंद किशोर ने कहा कि सबसे पहले उन छात्रों की उतर पुस्तिका की स्क्रूटनी की जाएगी, जिन्होंने IIT NEETकम्पलीट कर लिया है. बाकि सभी छात्रों की जांच की समय सीमा 30 जून तक तय की गई है. कोई भी छात्र अपने मार्क्स से असंतुष्ट है वो 9 जिलों में आवेदन दे सकते हैं. स्क्रूटनी की फीस को 12 से घटाकर 70 रुपये कर दी गई है. स्क्रूटनी में अगर यह पाया गया कि उत्तर पुस्तिका में अंकों को गलत जोड़ दिया गया है या फिर किसी उत्तर का अंक नहीं दिया गया है या फिर टोटल मार्क्स गलत जोड़ा गया है उसे ठीक किया जाएगा. उतर पुस्तिकाओं की पूर्नमूल्यांकन की व्यवस्था नही है.

बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि अगर किसी छात्र का अंक उस विषय में आ गया है, जिसमें उसने परीक्षा ही नहीं दी है या फिर उस विषय़ में उसे अनुपस्थित बताया गया है जिसमें उसने परीक्षा दी है तो उसे निशुल्क ठीक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इंटर के बाद मैट्रिक में ऐसी बहुत शिकायतें मिल रही हैं जिसमें फोन करके परीक्षार्थियों को नम्बर बढ़ाने की बात की जा रही है. यदि किसी छात्र के पास ऐसा कोई फोन आता है जिसमें पैसा देकर नंबर बढ़ाने की बात कही जाय तो आप थाने में FIR दर्ज कराएं. 13 मामलों में FIR समिति ने खुद कराया है. रजिस्ट्रेशन और परीक्षा का फॉर्म ऑनलाइन फॉर्म भरना था. संभव है क़ि जिन स्कूलों में ये सुविधा नहीं थी, वहां किसी साइबर कैफे से फॉर्म स्कूल की तरफ से भरे जाने के कारण उन कैफे से डेटा ले लिया गया हो. यदि बोर्ड के लोगों की बात सामने आयी तो जांच होगी. 15 से 20 जून के बीच मैट्रिक के नतीजे आएंगे.

Advertisement

बोर्ड ने मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों का 2005 से 2016 तक के छात्रों का मार्क्स ऑनलाइन कर दिया गया है. 96 से 2004 तक के डेटा को भी ऑनलाइन कर दिया जाएगा. इससे उम्र या नाम बदलकर दुबारा परीक्षा देने वाले छात्रों पर लगाम लग सकेगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement