
दिवंगत टीवी एक्ट्रेस प्रत्यूषा बनर्जी डेथ मिस्ट्री में अब एक नया मोड़ आ गया है. सलोनी नाम की एक मॉडल का दावा है कि उसने प्रत्यूषा के ब्वॉयफ्रेंड राहुल राज को 30 लाख रुपये कर्ज दिए थे. राहुल ने उससे प्रत्यूषा के साथ प्यार की बात छुपाई थी. उसे जब ये बात पता चली कि दोनों लीव इन रिलेशन में रहते हैं, तो उसने पैसे वापस मांगे.
मॉडल सलोनी का कहना है 11 फरवरी को वह राहुल और प्रत्यूषा के कांदीवली वाले फ्लैट पर गई थीं. उनका और राहुल का ब्रेक-अप हो चुका था. लेकिन राहुल ने उनसे एक इवेंट मैनेजमेंट फर्म शुरू करने के नाम पर पैसे लिए थे, जो उन्हें वापस नहीं दे रहा था. गुस्सा होकर वह उनके घर गई, लेकिन दोनों ने मारपीट कर उसे फ्लैट से बाहर फेंक दिया.
मॉडल के इस खुलासे के बाद एक बार फिर ब्वॉयफ्रेंड राहुल राज पर सवाल उठने लगे हैं. वहीं, राहुल राज सिंह ने पुलिस को बताया कि सच्चाई सबके सामने आ जाएगी. वह इस समय स्वस्थ्य हैं, लेकिन मन कब ठीक होगा, इसका उन्हें कोई पता नहीं है.
इससे पहले हुई पूछताछ में राहुल ने बताया था, 'प्रत्यूषा और में दोनों लिव इन रिलेशनशिप में थे. पहली बार हमारी मुलाकात एक प्रोग्राम में हुई थी. उसके बाद हम लोगों ने बातचीत करना शुरू किया. धीरे-धीरे हम दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. इसके बाद हम साथ रहने लगे.
'हम लोगों ने एक दूसरे से वादा किया था कि हम शादी करेंगे. दो महीने पहले हम मुंबई में हारमनी रेसीडेंसी के फ्लैट नंबर 703 में शिफ्ट हो गए. घटना से पहले की रात हम लोगों ने एक पार्टी रखी थी. देर रात तक साथ में ड्रिंक करते रहे. इसके बाद मैं सोया तो काफी देर से उठा.'
उन्होंने बताया, 'तकरीबन सुबह के 10 बजे होंगे. जैसे ही मेरी आंख खुली मैंने देखा कि प्रत्यूषा उस वक्त भी ड्रिंक कर रही थी. इसके बाद मैं करीब दोपहर के 1 बजकर 50 मिनट पर घर से चला गया. एक घंटे बाद घर वापस लौटा. मैंने घर की घंटी बजाई. लेकिन कोई जवाब नहीं आया.'
'मैंने सोचा कि प्रत्यूषा सो रही होगी. कुछ देर बाद मैंने फिर से घंटी बजाई. मैंने देखा कि अंदर से दरवाजा लॉक है. फ्लैट के दो रास्ते हैं. जब पहला नहीं खुला तो, मैं दूसरे दरवाज़े पर गया. उस वक्त करीब 4.30 बजे रहे थे. मैंने पड़ोस में काम करने वाले कुक से दरवाज़ा खुलवाया.'
'जैसे ही मैं घर के अंदर दाखिल हुआ, प्रत्यूषा छत के पंखे से लटकी हुई थी. मैं जोर से चिल्लाया. मैंने अपने पिता को फोन किया. प्रत्यूषा को पंखे से उतारकर कोकिला बेन अस्पताल ले गया. अस्पताल में डॉक्टरों ने कहा कि प्रत्यूषा अब जिंदा नहीं है. प्रत्यूषा मुझसे बहुत प्यार करती थी.'
'सुसाइड वाले दिन प्रत्यूषा और मेरे बीच में कोई झगड़ा भी नहीं हुआ था. सबकुछ नॉर्मल था. मैं नहीं जानता कि उसने एक घंटे के भीतर ऐसे कदम क्यों उठा लिया. हम अगले 2-3 महीनों में शादी करने वाले थे. उसने शादी का लहंगा भी सिलवा लिया था. हम क्रूज पर शादी करने वाले थे.'