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बिहार के जहानाबाद जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रविवार को एक ईसाई भवन पर हमला कर दिया और उसमें तोड़फोड़ की. पटना से 52 किलोमीटर दूर जहानाबाद में हुई घटना से अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय में भय व्याप्त हो गया है. समुदाय ने पुलिस सुरक्षा की मांग की है.
एक जिला पुलिस अधिकारी ने कहा कि बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने जहानाबाद शहर में ईसाई भवन पर हमला कर दिया और तोड़फोड़ की. बजरंगियों ने ईसाई समुदाय पर गरीब हिंदुओं का धर्म-परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया. बजरंगियों ने गया को राजधानी पटना से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 83 को भी जाम कर दिया. बाद में हालांकि धर्म-परिवर्तन की बात बेबुनियाद साबित हुई.
पुलिस के मुताबिक, कार्यकर्ताओं का आरोप था कि एक पादरी ईसाई भवन में गरीब हिंदू परिवारों का धर्म-परिवर्तन करा रहा है. मगर पुलिस ने जांच में पाया कि ईसाई समुदाय के लोग प्रार्थना में जुटे थे. वहां धर्म-परिवर्तन जैसा कोई कार्यक्रम नहीं चल रहा था.
बिहार में पिछले डेढ़ महीने में करीब 200 गरीब हिंदुओं ने ईसाई धर्म अपनाया है. इनमें ज्यादातर महादलित समुदाय के लोग हैं. महादलितों का कहना है कि समाज में लगातार उपेक्षित किए जाने के कारण उन्होंने हिंदू धर्म छोड़ना उचित समझा.
हिंदूवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद और इसी के घटक बजरंग दल का आरोप है कि राज्य में गरीब हिंदू परिवारों को धर्म-परिवर्तन के लिए लुभाया जा रहा है.
गौरतलब है कि बिहार में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होना है. भारतीय जनता पार्टी पड़ोसी राज्य झारखंड की तरह बिहार की सत्ता जनता दल-युनाइटेड से छीनने के लिए अभी से एड़ी-चोटी का जोड़ लगा रही है. हिंदूवादी संगठनों के इस कारनामे को धार्मिक भावना भड़काकर बीजेपी के लिए वोट बैंक तैयार किए जाने की रणनीति के रूप में भी देखा जा सकता है.
IANS से इनपुट