
बिहार बोर्ड के दसवीं की परीक्षा की मूल्यांकन की गई 42000 उत्तर पुस्तिकाओं के गायब होने के मामले में एसआईटी को बड़ी सफलता हासिल हुई है. इस पूरे मामले में एसआईटी ने शनिवार को एक कबाड़ी वाले और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है. जिन्होंने खुलासा किया है कि जिस एसएस गर्ल्स इंटर कॉलेज के स्ट्रांग रूम से उत्तर पुस्तिकाएं गायब हुईं थीं, उसके चपरासी ने यह उत्तर पुस्तिकाएं कबाड़ी को 8,000 रुपये में बेच दी थी.
42000 गायब उत्तर पुस्तिकाओं की तलाश में एसआईटी ने शनिवार की सुबह गोपालगंज के एसएस गर्ल्स इंटर कॉलेज कैंपस को एक बार फिर खंगाला तो आसपास की झाड़ियों में उन्हें 200 खाली बैग मिले, जिसमें उत्तर पुस्तिकाओं को रखा गया था. इसके बाद जांच टीम ने कॉलेज के चपरासी से एक बार फिर जेल में पूछताछ की. चपरासी से जानकारी प्राप्त होने के बाद जांच टीम ने गोपालगंज के कई कबाड़ी वालों के यहां दबिश बनाना शुरू किया.
इसी क्रम में एसआईटी ने पप्पू गुप्ता नाम के एक कबाड़ी वाले से गहन पूछताछ की, जिसने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि उसने 8,000 रुपये में बिहार बोर्ड के 10वीं की परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं कॉलेज के चपरासी से खरीदी थी.
एसआईटी की टीम ने कबाड़ी वाले के साथ-साथ उसके यहां काम करने वाले एक ऑटो ड्राइवर संतोष कुमार को भी गिरफ्तार किया है, जिसने 42,000 उत्तर पुस्तिकाओं को कॉलेज परिसर से पप्पू गुप्ता की दुकान तक पहुंचाया था.
नतीजे घोषित होने से पहले गायब हुईं थीं उत्तर पुस्तिकाएं
गौरतलब है कि 20 जून को बिहार बोर्ड की 10वीं की परीक्षा के नतीजे घोषित होने वाले थे, मगर अब से 24 घंटे पहले गोपालगंज के एसएस बालिका इंटर कॉलेज से 42000 मूल्यांकन की गईं उत्तर पुस्तिकाओं के गायब होने का मामला प्रकाश में आया. इस पूरे मामले को लेकर कॉलेज के हेड मास्टर प्रमोद श्रीवास्तव ने कॉलेज के चपरासी और एक नाइट गार्ड के खिलाफ गोपालगंज के टाउन थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस ने 19 जून को कॉलेज के चपरासी और नाईट गार्ड को गिरफ्तार कर लिया था. इसी दिन पुलिस ने कॉलेज के हेड मास्टर प्रमोद श्रीवास्तव को भी शक के आधार पर पटना से गिरफ्तार कर गोपालगंज जेल भेज दिया था. इन तीनों से पिछले 4 दिनों से लगातार पूछताछ जारी थी.
सूत्रों के मुताबिक एसआईटी की टीम को कबाड़ी वाले के यहां चोरी की गई उत्तर पुस्तिकाएं भी मिली हैं. पूछताछ के दौरान पप्पू गुप्ता ने एसआईटी की टीम को बताया कि 2014 से लगातार कॉलेज का चपरासी उसे बोर्ड की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं मूल्यांकन के बाद बेचा करता था.
गौरतलब है कि 20 जून को बिहार बोर्ड के 10वीं के परीक्षा के नतीजे घोषित किए जाने थे, मगर इस पूरे विवाद के सामने आने के बाद बिहार बोर्ड ने परीक्षा के नतीजों की घोषणा 26 जून तक टाल दी थी.