Advertisement

मांझी को हटाने की तैयारी, नीतीश और लालू में विलय को लेकर बातचीत अंतिम दौर में

दिल्ली में गुरुवार को हुई नीतीश और लालू के बीच दो घंटे की बातचीत के बाद मांझी के मुख्यमंत्री पद से हटने की अटकलें और तेज हो गई है.

aajtak.in
  • पटना,
  • 09 जनवरी 2015,
  • अपडेटेड 2:57 PM IST

दिल्ली में गुरुवार को हुई नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के बीच दो घंटे की बातचीत के बाद जीतनराम मांझी के मुख्यमंत्री पद से हटने की अटकलें और तेज हो गई है. दिल्ली जाते वक्त नीतीश कुमार ने ये कहकर इन अटकलों को और हवा दे दी है कि 'मांझी को मुख्यमंत्री बनाए रखने की गारंटी वो नहीं दे सकते.'

Advertisement

नीतीश कुमार के इस बयान से साफ है कि लालू और नीतीश के बीच मांझी के भविष्य को लेकर लगभग एक राय बन चुकी है. आज भी नेताओं के बीच बैठकों का दौर जारी है, लेकिन इंतजार दोनों पार्टियों के विलय का हो रहा है. पहले मांझी को हटाए जाने पर लालू की सहमति नहीं थी पर अब सभी इस फैसले से सहमत है.

सूत्रों के मुताबिक आरेजडी और जेडीयू के बीच विलय की बात काफी आगे बढ़ चुकी है और दोनों नेता जल्द विलय चाहते हैं. विलय की सूरत में नई पार्टी से नया नेता होगा और तब मांझी की जगह नीतीश फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं. इंतजार मुलायम सिंह के रुख का है. अगर तुरंत राष्ट्रीय स्तर पर विलय की बात नहीं बनी तो 14 जनवरी के बाद आरजेडी और जेडीयू के विलय का ऐलान हो जाएगा. 18 जनवरी से लालू-नीतीश मिलकर बिहार में संकर्प यात्रा निकालेंगे.

Advertisement

एक तरफ दोनों पार्टियों में विलय की बात और प्रक्रिया तेज करने पर सहमति बनी है तो दूसरी ओर, विधायक दल विलय को लेकर दो फाड़ है. जेडीयू के करीब दो दर्जन विधायक ऐसे हैं, जो विलय के लिए तैयार नहीं है. ऐसे में नीतीश और लालू के चाहने के बाद भी मांझी का हटना और विलय दोनों आसान नहीं है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement