
रांची की विशेष सीबीआई अदालत द्वारा बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को चारा घोटाले के एक मामले में आरोपी के तौर पर नोटिस जारी किया गया है और उनसे कोर्ट के समक्ष 28 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया है. चारा घोटाले का यह मामला दुमका कोषागार से 3.76 करोड़ रुपए की अवैध निकासी का है. अंजनी कुमार सिंह के ऊपर आरोप है कि 1995-96 में दुमका के डिप्टी कमिश्नर रहते हुए उन्होंने कोषागार से 3.76 करोड़ों रुपए की अवैध निकासी की.
बिहार के मुख्य सचिव को विशेष सीबीआई अदालत द्वारा जारी नोटिस का मुद्दा बुधवार को विधानसभा में उठा. मुख्य विपक्षी दल आरजेडी ने मांग की कि नीतीश कुमार सरकार अंजनी कुमार सिंह को तुरंत उनके पद से बर्खास्त करें क्योंकि चारा घोटाला मामले में उन्हें आरोपी के तौर पर रांची की विशेष सीबीआई अदालत द्वारा नोटिस जारी किया गया है.
आरजेडी के तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इस पूरे मुद्दे को उठाते हुए कहा कि चारा घोटाले मामले में सीबीआई ने भेदभाव पूर्ण तरीके से जांच की है और केवल राजनेताओं को दोषी बना दिया है और नीचे के अधिकारियों को छोड़ दिया है. राबड़ी देवी ने मांग की कि नीतीश कुमार मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को तुरंत उनके पद से बर्खास्त करें.
वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार ने कहा है कि मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह का नाम चारा घोटाले के मामले में सामने आने से यह बात स्पष्ट हो गई है कि इस पूरे घोटाले में लालू प्रसाद यादव और अन्य लोगों को षड्यंत्र के तहत फंसाया नहीं गया है जैसा कि आरजेडी पिछले कई वर्षों से आरोप लगाते आ रही है.
हालांकि, संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह का बचाव करते हुए कहा कि चारा घोटाले मामले में उनके खिलाफ नोटिस जारी होने से यह साबित नहीं होता है कि वह इस पूरे मामले में दोषी हैं.