
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने एक बयान को लेकर फिर से चर्चा में हैं. सीएम ने अगड़ी जाति के लोगों को विदेशी कह दिया तो बीजेपी ने मुख्यमंत्री को देशद्रोही करार दिया. बीजेपी ने मांझी के इस बयान पर बिहार के पूर्व सीएम नीतीश कुमार से सफाई देने को कहा है.
मंगलवार को पश्चिम चंपारण में एक सभा को संबोधित करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा था कि सवर्ण जाति के लोग विदेशी हैं. भारत के मूल निवासी आदिवासी, अनुसूचित जनजाति और गरीब लोग हैं. उन्होंने पिछड़े तबके के लोगों से शिक्षा पर जोर देने की अपील करते हुए कहा कि इन जातियों के लोग अपनी सरकार खुद बनाएं.
मुख्यमंत्री के इस बयान की बीजेपी ने कड़ी आलोचना की है. बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री का ये बयान समाज में तनाव पैदा करने की नापाक कोशिश है. यादव ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री का ये बयान अचानक नहीं आया है बल्कि नीतीश कुमार से टिप्स लेकर दिया गया बयान है.
नेता प्रतिपक्ष ने नीतीश कुमार से सवाल किया कि क्या वो मुख्यमंत्री मांझी के बयान से सहमत हैं? इस पर नीतीश कुमार को अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए. यादव ने मुख्यमंत्री पर देशद्रोह का मुकदमा चलाए जाने की मांग की है.
बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मांझी ऐसे बयान देकर बिहार में जातीय तनाव फैलाना चाहते हैं और समाज को जाति के नाम पर बांटना चाहते हैं.