
बिहार में चुनाव की तैयारियों और बढ़ती राजनीतिक सरगर्मी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को एक सभा के दौरान अपना आपा खो दिया. समस्तीपुर में अपने कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों पर बौखलाए सीएम ने उन्हें हल्ला करने पर सड़क पर ला देने की धमकी दे डाली.
मुख्यमंत्री यहां पॉलिटेक्निक कॉलेज के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे थे. इस दौरान जब नीतीश सभा को संबोधित करने लगे तो सांख्यिकी स्वयंसेवकों ने बकाया वेतन की अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. सीएम ने पहले तो उनसे शांत रहने की अपील की, लेकिन जब प्रदर्शनकारियों ने अपनी आवाज और बुलंद कर दी तो वह भड़क उठे.
नीतीश ने धमकी भरे लहजे में कहा, 'ई क्या है जी मांग पूरी करो, मांग पूरी करो. चुपचाप ठंडा होकर सुनो. हल्ला किया तो सड़क पर ला दूंगा. तुम लोगों के पैनल को डिजॉल्व करने का चिट्ठी आया था, हम ही साइन नहीं किए हैं. हल्ला करोगे तो जाकर साइन कर देंगे.'
सीएम ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. नीतीश कुमार ने कहा, 'प्रधानमंत्री जाने कहां से आंकड़ा लाए हैं. गुजरात में बहुत कुछ पैदा होता है. कहीं गुजरात से ही तो आंकड़ा नहीं ला रहे हैं.'
'गोडसे की पार्टी में चले गए मांझी'
नीतीश ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री के पैसे की जरूरत नहीं है. वह अपने बल पर बिहार का विकास करेंगे. सभा में उपस्थित विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'जीतन राम मांझी अब नाथू राम गोडसे की पार्टी में चले गए है.'