
बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार एक तरफ जनता परिवार के विलय के लिए कोशिशें करते दिख रहे हैं, वहीं अब बीजेपी और एनडीए के नेताओं के साथ मंच पर भी उसी उत्साह के साथ नजर आ रहे हैं. नीतीश कुमार की बीजेपी नेताओं के साथ आ रही तस्वीरों के बीच बिहार में सियासी कयासों का सिलसिला चल पड़ा है कि आखिरकार नीतीश किस ओर मुड़ेंगे.
नीतीश से नजदीकियां बढ़ाए BJP: संघ
रामनवमी की सुबह नीतीश ने कहा कि जनता परिवार के विलय की गाड़ी चल पड़ी है. वहीं पटना में रामनवमी की रात नीतीश कुमार एक ही मंच पर भगवा वस्त्र का पट्टा लिए बीजेपी नेताओं के साथ नजर आए.
मंच पर नीतीश, रविशंकर प्रसाद और रामविलास पासवान के साथ नजर आए. वहीं सुशील मोदी भी उसी मंच पर थे लेकिन दोनों नेता एक साथ दिखने से बचते दिखे. हालांकि मौका रामनवमी की शोभा यात्रा का था लेकिन इसे सियासी तवज्जो भी दिया जा रहा है.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले नरेंद्र मोदी से दिल्ली में अकेले मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद यादव, ओम प्रकाश चौटाला और सोनिया गांधी से मुलाकात की. उन्होंने केजरीवाल से भी खास तौर पर मुलाकात की. ऐसे में क्या नीतीश की एकता की मुहिम को ही सच माना जाए या फिर अंदरखाने में बीजेपी के साथ भी उनकी पक रही है. हालांकि इस सवाल को नीतीश पहले ही टाल चुके हैं और शनिवार को नीतीश ने ये कह डाला कि जनता परिवार का विलय जल्द होगा.
बहरहाल राजनीतिक गलियारों की माने तो नीतीश और लालू के बीच विलय या गठबंधन पर शायद ही बात बने. ऐसे में नीतीश ने आगे की अपनी राजनितिक चाल चलनी शुरू कर दी है.