Advertisement

फूट के कगार पर बिहार कांग्रेस, JDU का बागि‍यों को पार्टी में शामिल होने का न्योता

गौरतलब है कि, बिहार में चुनाव में अभी 3 साल बाकी हैं और कांग्रेस के 27 विधायकों में से ज्यादातर नहीं चाहते कि वह कांग्रेस में रहकर विपक्ष की भूमिका निभाएं बल्कि उनका इरादा जदयू में शामिल होकर सत्ता का स्वाद चखना है.

सोनिया गांधी और राहुल गांधी सोनिया गांधी और राहुल गांधी
रोहित कुमार सिंह
  • पटना ,
  • 21 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 7:06 PM IST

बिहार में जेडीयू और बीजेपी की सरकार बनने के बाद प्रदेश कांग्रेस में असंतोष का माहौल है और पार्टी में टूट लगभग तय है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के 27 विधायकों में से अधिकतर पार्टी छोड़कर जेडीयू में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं. गुरुवार को कांग्रेस का सियासी संकट उस वक्त और गहरा गया जब जेडीयू ने बागी कांग्रेसी विधायकों को पार्टी छोड़कर जेडीयू में शामिल होने का न्योता दे दिया.

Advertisement

गौरतलब है कि, बिहार में चुनाव में अभी 3 साल बाकी हैं और कांग्रेस के 27 विधायकों में से ज्यादातर नहीं चाहते कि वह कांग्रेस में रहकर विपक्ष की भूमिका निभाएं बल्कि उनका इरादा जदयू में शामिल होकर सत्ता का स्वाद चखना है. बागी कांग्रेसी नेताओं को जेडीयू में शामिल होने का न्योता देते हुए जेडीयू प्रवक्ता संजय कुमार सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी ऐसे बागी कांग्रेसियों को अपने पार्टी में शामिल कराने के लिए बिल्कुल तैयार है.

यहां यह जानना जरूरी है कि बिहार में नई सरकार बनने के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. प्रदेश कांग्रेस में मचे घमासान को शांत करने के लिए पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी विधायकों से मुलाकात भी की मगर इसके बावजूद संकट टला नहीं. कांग्रेसी विधायकों की नाराजगी इस बात से है कि बिहार में उनकी पार्टी का गठबंधन आरजेडी के साथ है जो पिछले कई वर्षों से कांग्रेस के लिए हानिकारक साबित हो रहा है. कांग्रेस विधायक अजीत कुमार शर्मा और पार्षद दिलीप कुमार चौधरी ने साफ तौर पर राहुल गांधी से कह दिया है कि बिहार में लालू प्रसाद की पार्टी के साथ गठबंधन तोड़े बिना 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस को मजबूत नहीं किया जा सकता.

Advertisement

प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की नाराजगी इस बात को भी लेकर है कि जिस वक्त बिहार में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर अस्थिरता थी.  उस वक्त भी केंद्रीय कांग्रेस के किसी नेता ने पटना आकर महागठबंधन को बचाने की कोशिश नहीं की. वहीं दूसरी तरफ बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी भी पार्टी आलाकमान से नाराज हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के कुछ बड़े नेता साजिश कर कर उन्हें उनके पद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement