
बिहार में बारिश और बाढ़ का प्रकोप जारी है. राज्य सरकार लगातार बाढ़ के हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रही है. इस बीच उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में मंत्रियों, स्थानीय विधायकों, पटना नगर निगम, बुडको और नगर विकास विभाग के आला अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जल जमाव वाले इलाकों में उच्च क्षमता के पंप लगा कर जमे हुए पानी अगले 48 घंटे में कम किया जाएं.
सुशील मोदी ने कहा कि उच्च क्षमता के पंपों के जरिए कंकड़बाग और राजेंद्र नगर जैसे सर्वाधिक प्रभावित इलाकों से पानी निकाला जाएगा. उन्होंने बैठक में अन्य अलग-अलग मोहल्लों में जमे पानी को 50 नए पंपों के जरिए युद्ध स्तर पर निकालने का निर्देश दिया. बाढ़ के पानी को नियंत्रित करने के लिए जल संसाधन विभाग से भी पंप मंगाने का निर्णय लिया गया.
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने 24 घंटे मुस्तैद रह कर संप हाउस संचालित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि जलजमाव प्रभावित इलाकों से अगले 48 घंटे में कम से कम 2 फीट पानी को हर हाल में निकाला जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके.
पटना सहित राज्य के कई इलाके जलमग्न हैं. हालांकि राहत की बात है कि सोमवार को बारिश नहीं हुई है. इस बीच पहले की बारिश के कारण जलमग्न इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज हो गए हैं. राहत और बचाव में मदद के लिए केंद्र सरकार ने वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए हैं, जिससे पानी से घिरे लोगों के लिए खाने के पैकेट गिराए जा रहे हैं. इसके बावजूद अनेक प्रभावित इलाकों में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है. इससे प्रभावित लोगों में नाराजगी है. तीन दिनों से अपने निजी आवास में 'कैद' राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित उनके परिवार के सदस्यों को भी जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की मदद से निकाला गया.