Advertisement

विलुप्त हो रही डॉल्फिन को बचाने में जुटी बिहार सरकार

राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस एवं वन्य प्राणी सप्ताह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में डॉल्फिन से संबंधित विभिन्न महत्त्वपूर्ण स्थलों पर अगले वर्ष से डॉल्फिन सप्ताह का आयोजन होगा.

राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस कार्यक्रम में सुशील मोदी राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस कार्यक्रम में सुशील मोदी
सुजीत झा
  • पटना,
  • 05 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 11:04 PM IST

बिहार सरकार डॉल्फिन के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास करेगी. इसके लिए चैसा से साहेबगंज के बीच डॉल्फिन के सर्वेक्षण का कार्य प्रति वर्ष कराया जाएगा. राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस एवं वन्य प्राणी सप्ताह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में डॉल्फिन से संबंधित विभिन्न महत्त्वपूर्ण स्थलों पर अगले वर्ष से डॉल्फिन सप्ताह का आयोजन होगा. जिससे डॉल्फिन के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ सके.

Advertisement

नेशनल डॉल्फिन रिसर्च सेंटर की स्थापना

उन्होंने डॉल्फिन को बचाने वाले व्यक्ति को एक माह के अंदर पुरस्कार देने का निर्देश देते हुए कहा कि भविष्य में भी ऐसे लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा. सुशील मोदी ने कहा कि इसी महीने में भागलपुर के बटेश्वर स्थान से 24 सीटर नाव का परिचालन शुरू होगा. जिससे लोग डॉल्फिन देखने के साथ-साथ बटेश्वरनाथ मंदिर का दर्शन एवं विक्रमशिला विश्वविद्यालय का भ्रमण कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि पटना विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय डॉल्फिन शोध केंद्र (National Dolphin Research Centre) की स्थापना की जाएगी. उन्होंने डॉल्फिन पर फिल्म बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना में ऑडिटोरियम तैयार हो चुका है. जहां लोग वन्य जीवन पर आधारित फिल्में देख सकेंगे.

नदियों के किनारे होगा वृक्षारोपण

गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए केंद्र की नमामि गंगे परियोजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा 4275 करोड़ रुपये की स्वीकृति विभिन्न परियोजनाओं में से 20 परियोजनाएं बिहार के लिए हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से 4 परियोजनाएं पटना की हैं. बिहार सरकार के निर्णय से अवगत कराए हुए सुशील मोदी ने कहा कि ट्रीटेड वाटर का उपयोग सिंचाई के लिए होगा, न कि उन्हें फिर से गंगा में बहने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा नदी के किनारे 5 किमी तक एवं इसकी सहायक नदियों के किनारे 2 किमी तक वृक्षारोपण किया जाएगा. जिसमें इस वर्ष 18.88 करोड़ रुपये व्यय होंगे.

Advertisement

सुशील मोदी ने डॉल्फिन जैसी विलुप्तप्राय प्राणियों को बचाने एवं गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प लेने हेतु कहा कि यह सृष्टि मनुष्य के अलावा पशु-पक्षियों व अन्य प्राणियों के लिए भी है. पारिस्थितिकी संतुलन के लिए इनका सह-अस्तित्व आवश्यक है.

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने 'साइकिल चलाओ, पर्यावरण बचाओं' अभियान तथा स्थल चित्रकारी, क्विज एवं पोस्ट मेकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया. उन्होंने गरुड़ संरक्षण संबंधी प्रतिवेदन तथा बरेला झील एवं कुशेश्वर स्थान पक्षी आश्रयणी योजनाओं से संबंधित पुस्तकों का विमोचन किया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement