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बिहार में 'मुख्यमंत्री कन्या उत्थान कार्यक्रम' की शुरुआत, 2,200Cr की है यह योजना

इस योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, कन्याओं के जन्म, निबंधन और संपूर्ण टीकाकरण को प्रोत्साहित करना, लिंग अनुपात में वृद्धि लाना, बालिका शिशु मृत्यु दर को कम करना, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना, बाल विवाह पर अंकुश लगाना और कुल प्रजनन दर में कमी लाना भी शामिल है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 19 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 11:10 PM IST

बिहार में महिलाओं को सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक तौर पर और सशक्त बनाने के लिए नीतीश कुमार सरकार ने गुरुवार को कैबिनेट की बैठक की, जिसमें कुछ बड़े फैसले लिए गए. सरकार ने बालिकाओं के संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वावलंबन को ध्यान में रखकर 'मुख्यमंत्री कन्या उत्थान कार्यक्रम' की शुरुआत करने का फैसला लिया है.

इस योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, कन्याओं के जन्म, निबंधन और संपूर्ण टीकाकरण को प्रोत्साहित करना, लिंग अनुपात में वृद्धि लाना, बालिका शिशु मृत्यु दर को कम करना, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना, बाल विवाह पर अंकुश लगाना और कुल प्रजनन दर में कमी लाना भी शामिल है.

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सम्मानपूर्वक जीवन देना लक्ष्य

सरकार के इस फैसले की जानकारी देते हुए राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि बालिकाओं को शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाना, सम्मानपूर्वक जीवन यापन करने के अवसर प्रदान करना और परिवार एवं समाज में उनके आर्थिक योगदान बढ़ाना भी इसी योजना का लक्ष्य है.

मुख्य सचिव ने कहा कि 'मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना' एक यूनिवर्सल कवरेज योजना है, अर्थात राज्य की सभी कन्याओं को जन्म से लेकर स्नातक पास होने तक के लिए होगी. इस योजना का लाभ परिवार के दो बच्चों तक ही सीमित रहेगा.

इस योजना के तहत कन्या शिशु के जन्म पर माता/ पिता/अभिभावक के बैंक खाते में ₹2,000 देने का प्रावधान है. साथ ही 1 वर्ष पूरा होने और आधार पंजीकरण कराने पर माता/ पिता/अभिभावक के बैंक खाते में ₹1,000 देने का प्रावधान किया गया है.

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पोशाक योजना में बढ़ी राशि

स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2 वर्ष की आयु पूरी होने पर संपूर्ण टीकाकरण कराने के लिए माता/ पिता/अभिभावक के बैंक में ₹2,000 देने का प्रावधान जबकि शिक्षा विभाग द्वारा पहली से लेकर दूसरी कक्षा के लिए मुख्यमंत्री पोशाक योजना (बालिकाओं के लिए) के अंतर्गत सालाना मिलने वाली राशि को ₹400 से बढ़ाकर ₹600 किया गया है. उसी प्रकार शिक्षा विभाग द्वारा तीसरे से लेकर पांचवीं कक्षा के लिए मुख्यमंत्री पोशाक योजना के अंतर्गत सालाना मिलने वाले ₹500 की राशि को बढ़ाकर ₹700 किया गया है.

छठी से लेकर आठवीं क्लास के लिए मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना के अंतर्गत सालाना मिलने वाले ₹700 की राशि को बढ़ाकर ₹1,000 किया गया है और 9वीं से लेकर 12वीं के लिए बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना के अंतर्गत सालाना मिलने वाले ₹1,000 की राशि को बढ़ाकर ₹1,500 किया गया है.

सैनेटरी नैपकिन की राशि में वृद्धि

कैबिनेट की बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम में सैनेटरी नैपकिन के लिए सालाना मिलने वाले ₹200 की राशि को बढ़ाकर ₹300 किया गया है. बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि मुख्यमंत्री बालिका (इंटरमीडिएट) प्रोत्साहन योजना के तहत अविवाहित इंटरमीडिएट उत्तीर्ण बालिकाओं को ₹10,000 दिया जाएगा और मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना के तहत स्नातक उत्तीर्ण करने वाली बालिकाओं को ₹25,000 दिया जाएगा.

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अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के इस नए कदम से एक लड़की को जन्म से लेकर स्नातक होने तक कुल 54,100 रुपए मिल सकेंगे. मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना पर सालाना ₹2,221 करोड़ से अधिक का खर्च आएगा. इस योजना से तकरीबन एक करोड़ 60 लाख बालिकाएं लाभान्वित होंगी.

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