Advertisement

मुजफ्फरपुर रेप केस में बड़ी कार्रवाई, 6 अधिकारी निलंबित

मुजफ्फरपुर कांड में बड़ी कार्रवाई हुई है. मामले में बाल कल्याण संरक्षण निकाय के सहायक निदेशक को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा अररिया, मधुबनी, भोजपुर, भागलपुर और मुंगेर के सहायक निदेशकों को भी सस्पेंड किया गया है.

मुजफ्फरपुर कांड में बड़ी कार्रवाई मुजफ्फरपुर कांड में बड़ी कार्रवाई
सुजीत झा/देवांग दुबे गौतम
  • पटना,
  • 05 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 11:23 AM IST

मुजफ्फरपुर कांड पर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) की रिपोर्ट के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बाल कल्याण संरक्षण निकाय के सहायक निदेशक को निलंबित कर दिया है. मुजफ्फरपुर के अलावा अररिया, मधुबनी, भोजपुर, भागलपुर और मुंगेर के सहायक निदेशकों को भी निलंबित किया गया है.

सभी सहायक निदेशकों पर आरोप है कि उन्होंने TISS की रिपोर्ट के बावजूद बालिक गृह के लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. निलंबित होने वाले सहायक निदेशक अधिकारियों के नाम दिवेश कुमार शर्मा, घनश्याम रविदास, कुमार सत्यकाम, आलोक रंजन, गीताजंली प्रसाद, सीमाकुमारी हैं.

Advertisement

बता दें कि मुजफ्फरपुर में 34 लड़कियों के साथ रेप मामले में बिहार की नीतीश सरकार पूरी तरह से घिर चुकी है. विपक्ष इस मामले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस्तीफा मांग रहा है. शनिवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर पूरा विपक्ष एकजुट हुआ. राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के धरना-प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक शामिल रहे और मामले पर अपनी आवाज बुलंद की. 

तेजस्वी यादव का नीतीश सरकार पर हमला

जंतर- मंतर पर प्रदर्शन के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि मुजफ्फपुर की घटना से खून खौलता है. उन्होंने कहा कि आज हम दिल्ली इसलिए पहुंचे हैं कि हमारे चाचा (नीतीश कुमार) की अंतरआत्मा नहीं जाती है. तेजस्वी यादव ने कहा कि जो बच्ची दरिंदों के बारे में ज्यादा जानती थी, उसको सबसे पहले दूसरे शेल्टर होम में शिफ्ट किया गया. नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि आज बिहार में जंगलराज नहीं, बल्कि राक्षस राज चल रहा है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए.

Advertisement

आरोपी बृजेश ठाकुर के हथियार का लाइसेंस रद्द

गैर सरकारी संगठन (NGO) सेवा संकल्प एवं विकास समिति के संचालक बृजेश ठाकुर के आर्म्स लाइसेंस को सरकार ने रद्द कर दिया है. इसके साथ ही मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी मोहम्मद सोहेल ने बृजेश ठाकुर को जारी किए गए सभी हथियार को 48 घंटे के अंदर वापस जमा करने का आदेश दिया है.

मिली जानकारी के मुताबिक बृजेश ठाकुर के पास एक पिस्टल और एक राइफल का लाइसेंस निर्गत किया हुआ है लेकिन जिलाधिकारी के फरमान के बाद उसे 2 दिनों के अंदर अपने दोनों हथियार सरकार को वापस जमा करना है.

गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में 34 लड़कियों के साथ बलात्कार के मामले में बृजेश ठाकुर मुख्य आरोपी है. बृजेश के खिलाफ 31 मई को FIR दर्ज की गई थी और गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था.

बृजेश समेत 9 गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर में संचालित बालिका गृह में 34 लड़कियों के साथ बलात्कार का मामला उजागर होने के बाद से ही बृजेश ठाकुर को उसके 9 अन्य साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया गया था. अब वो जेल में बंद है. पुलिस ने बालिका गृह को पूरी तरीके से सील कर दिया है.

30 संस्थान ब्लैक लिस्ट

राज्य सरकार ने बृजेश ठाकुर द्वारा संचालित 30 संस्थानों को ब्लैक लिस्ट कर दिया और इन संस्थानों को दिए जाने वाली सभी प्रकार के फंड पर भी रोक लगा दी है.

Advertisement

नीतीश कुमार ने तोड़ी चुप्पी

इस मामले पर नीतीश कुमार ने शुक्रवार को चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि वे इस घटना पर शर्मिंदा हैं, इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. नीतीश चाहते हैं कि सीबीआई जांच को हाईकोर्ट मॉनीटर करे. उन्होंने साफ किया कि इस मामले में कोई दोषी बख्शा नहीं जाएगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement